tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post8527673725480696736..comments2023-10-31T06:34:42.476-07:00Comments on अपनी, उनकी, सबकी बातें: तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो....rashmi ravijahttp://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comBlogger49125tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-9504849730221034632011-03-22T10:54:05.137-07:002011-03-22T10:54:05.137-07:00नानक दुखिया सब संसारनानक दुखिया सब संसारAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-12513007500129450542011-03-13T04:48:15.985-07:002011-03-13T04:48:15.985-07:00प्रिया जी की हिम्मत को नमन। ईश्वर इतना कठोर नहीं ह...प्रिया जी की हिम्मत को नमन। ईश्वर इतना कठोर नहीं हो सकता है। अपनी, उनकी और सबकी प्रार्थनाएं जरूर रंग लाएंगी और सब दुख देखना जल्दी ही दूर हो जाने हैं।रवि धवनhttps://www.blogger.com/profile/04969011339464008866noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-43970311152718622692011-03-13T04:22:20.934-07:002011-03-13T04:22:20.934-07:00बहुत ही मार्मिक पोस्ट।
मैने भी इस तरह कई प्रियाओं ...बहुत ही मार्मिक पोस्ट।<br />मैने भी इस तरह कई प्रियाओं को देखा है। <br />लेकिन अगर इस जगह प्रिया की जगह अगर किसी प्रिया का पति होता तो शायद परिवार बिखर जाता। इस जगह बहुत कम ही (शायद विरले ही) पुरुष घर संभाल पाते हैं।सागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-44518862716961232011-03-12T04:02:58.212-08:002011-03-12T04:02:58.212-08:00पढ़ लिया, कुछ कहने योग्य न तो अनुभव है न शब्द।
आपकी...पढ़ लिया, कुछ कहने योग्य न तो अनुभव है न शब्द।<br />आपकी दुआ में समवेत स्वर है बस, आमीन!Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-69264149713598269552011-03-11T09:16:55.113-08:002011-03-11T09:16:55.113-08:00दुःख तो हुआ ही किन्तु प्रिया जैसी युवतियां समाज की...दुःख तो हुआ ही किन्तु प्रिया जैसी युवतियां समाज की रीढ़ है. एक उम्मीद पर कि वो शराब पीना छोड़ देंगे उसने सब सहा. तलाक या परिवार को छोडना ही तो इस समस्या का हल नही.<br />ईश्वर उसे हिम्मत दे और.....रिश्तेदारों के असली रूप जो पति के ना रहने पर आते है उन्हें 'फेस' करने की शक्ति दे.उसे पैरों पर खड़ा होना चाहिए चाहे व्यापार को खुद संभालना हो या इनकम के सोर्सेज तैयार करने हो.<br />बाकी...सब समय के साथ फैसले ले.<br />शादी कर ले बाद में... नही तो...घर कत्तई ना छोड़े.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-70365657559626518972011-03-11T08:47:29.320-08:002011-03-11T08:47:29.320-08:00आपकी दुआ के साथ हमारी भी शुभकामनायें !आपकी दुआ के साथ हमारी भी शुभकामनायें !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-73812422314349481292011-03-11T08:36:09.869-08:002011-03-11T08:36:09.869-08:00हमारी संवेदनायें और प्रार्थनायें साथ में हैं।हमारी संवेदनायें और प्रार्थनायें साथ में हैं।Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-43629717926460095882011-03-10T04:19:40.443-08:002011-03-10T04:19:40.443-08:00bahut si feelings h...log sharab kyu peete h!!
aa...bahut si feelings h...log sharab kyu peete h!!<br /><br />aap painter b h.......achha laga..vaise kabhi kabhi mei b karta hu.VIVEK VK JAINhttps://www.blogger.com/profile/15128320767768008022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-21160786217276383502011-03-10T01:23:54.202-08:002011-03-10T01:23:54.202-08:00@ Rajey Sha राजे_शा
रिश्तों को ढोने से क्या मत...@ Rajey Sha राजे_शा<br /><br />रिश्तों को ढोने से क्या मतलब?<br /><br />दूसरों के लिए कहना बहुत आसान है ...पर जब दो मासूम ज़िंदगियाँ भी जुड़ी हों साथ में,... तो ये "एकला चलो रे" नहीं चलता...rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-86719908165265010952011-03-10T01:05:53.043-08:002011-03-10T01:05:53.043-08:00कितना कुछ होता है इस दुनिया में!कितना कुछ होता है इस दुनिया में!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-72945459456934199542011-03-10T00:55:49.890-08:002011-03-10T00:55:49.890-08:00बहुत दर्दनाक !
सोच रही हूँ की ईश्वर कुछ लोगों की क...बहुत दर्दनाक !<br />सोच रही हूँ की ईश्वर कुछ लोगों की कितनी परीक्षा लेता है और उन लोगों को कितनी सहनशक्ति भी देता है ...वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-36544858009414707092011-03-10T00:45:30.318-08:002011-03-10T00:45:30.318-08:00रिश्तों को ढोने से क्या मतलब? दुनियां से जिन्...रिश्तों को ढोने से क्या मतलब? दुनियां से जिन्दगी छीननी पड़ती है और इस सब में टैगोर के कहे जैसे "अकेले ही" चलना पड़ता है।Rajeyshahttps://www.blogger.com/profile/01568866646080185697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-27175010436111632882011-03-09T19:19:42.725-08:002011-03-09T19:19:42.725-08:00मन अजीब सा हो गया पढ़कर.... बहुत ही मार्मिक ... :(...मन अजीब सा हो गया पढ़कर.... बहुत ही मार्मिक ... :(<br />God bless her...Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-58370005442505190612011-03-09T18:47:15.812-08:002011-03-09T18:47:15.812-08:00प्रिया जैसा कष्ट ईश्वर किसी को न दे ...उसको इस कच्...<b>प्रिया जैसा कष्ट ईश्वर किसी को न दे ...उसको इस कच्ची उम्र में अभी बहुत कुछ सीखने को बाकी है ! <br /><br />बेहतर है कि नए सिरे से जीवन कि शुरुआत करे और स्वाबलंबी बने ! इस वक्त इस लड़की को आत्मविश्वास की बेहद आवश्यकता है और इसे पाने के लिए एक " समझदार आत्मीय अपनापन " की बेहद आवश्यकता होगी ! <br /><br />मैं उम्मीद करता हूँ कि रश्मि इस कमी को पूरा करने में समर्थ होंगी, मगर इसके लिए बहुत समय चाहिए ....<br /><br />लडखडाती हुई यह लड़की, इस समय अगर मज़बूत फैसला ले पाती है तो बाकी जीवन आसान हो जाएगा, मगर एक भी गलत फैसला, पिछली कडवी यादों के साथ, सारा बचा हुआ जीवन बिगाड़ने के लिए काफी होगा ! <br /><br />प्रिया के लिए हार्दिक शुभकामनायें.</b>Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-87521022475844510962011-03-09T08:12:16.949-08:002011-03-09T08:12:16.949-08:00@अरविन्द जी,
कहानियों का मेरा अलग ब्लॉग है...यहाँ ...@अरविन्द जी,<br />कहानियों का मेरा अलग ब्लॉग है...यहाँ सिर्फ सच्चे संस्मरण ही होते हैं.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-76056810544799006012011-03-09T07:42:34.060-08:002011-03-09T07:42:34.060-08:00@अगर यह सच्ची घटना है तो स्माईली के लिए सचमुच खेद ...@अगर यह सच्ची घटना है तो स्माईली के लिए सचमुच खेद है ....सामाजिक कहानीकारों का यथार्थ वर्णन प्रायः एक सामाजिक सच्चाई को उजागर भले ही करता है मगर लेखक के निजी परिवेश की किसी वास्तविक घटना से सम्बन्धित ही हो ऐसा नहीं होता ..इसलिए कई बार इस आशय के डिस्क्लेमर लगा दिये जाते हैं -हाँ मुझसे निर्णय की भूल शायद यह हो गयी कि मैं इंगित कहानी का इस लिहाजा से मूल्यांकन न कर सका -इसे एक यथार्थवादी फिक्शन मान बैठा -और नेगेटिव स्टाईल में मगर जोरदार काम्प्लीमेंट दे बैठा और इस लिए ही स्माईली लगाया ताकि उसे आप पाजिटिव रूप में लें ....कभी कभी बहुत अच्छी फिल्मो के देखकर निकालते ही कुछ ऐसे भी कमेन्ट सुनायी पड़ते हैं -व्हाट अ ब्लडी मार्वेलस फिल्म -मतलब वह बहुत अच्छी फिल्म है ..... :) अब ठीक है ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-50111041716458687022011-03-09T07:15:47.644-08:002011-03-09T07:15:47.644-08:00@अरविन्द जी,
आपने इसे सशक्त कहानी माना,...ठीक पर ....@अरविन्द जी,<br />आपने इसे सशक्त कहानी माना,...ठीक पर ...इस दुखद घटना पर आपकी स्माइली समझ में नहीं आईrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-78620909613198552502011-03-09T03:16:16.482-08:002011-03-09T03:16:16.482-08:00रश्मी, बहुत ही दिल को छू लेने वाली कहानी है ।हिम्म...रश्मी, बहुत ही दिल को छू लेने वाली कहानी है ।हिम्मत वीली है प्रिया और यही हिम्मत उसे पार लगायेगी । आपके इस ब्लॉग का पता आपने दिया बहुत अच्छा लगा ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-46428685233334962712011-03-08T21:34:56.077-08:002011-03-08T21:34:56.077-08:00रश्मि आंख मे सिर्फ़ पानी ही पानी है और होठों और दिल...रश्मि आंख मे सिर्फ़ पानी ही पानी है और होठों और दिल से एक ही दुआ है प्रिया का जीवन सुखद हो और उसे जीवन मे वो सब मिले जिसकी वो हकदार है ………महिला दिवस की इससे सार्थक पोस्ट हो ही नही सकती क्योंकि ये हकीकत है कहीं कोई बनावट नही है…………बस यही कहूंगी तुम्हे जब भी मिले तो उसे आगे जीवन जीने के लिये प्रेरित करना और नये सिरे से जीने की सोचे इतनी लम्बी ज़िन्दगी अकेले नही गुजारी जा सकती वो भी आज के वक्त मे …………बेशक वो जुझारू है फिर भी एक साथ मिले तो जीवन आसान हो जायेगा।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-35770153986159427852011-03-08T18:55:05.791-08:002011-03-08T18:55:05.791-08:00एक सशक्त सामाजिक कहानी -औपन्यासिक कृति का रूप ले त...एक सशक्त सामाजिक कहानी -औपन्यासिक कृति का रूप ले तो रानू और गुलशन सभी ध्वस्त !:)Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-1688925118212335562011-03-08T16:01:44.917-08:002011-03-08T16:01:44.917-08:00dukhad.. nahin pata kya kahoon..dukhad.. nahin pata kya kahoon..दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-24674684205031247332011-03-08T10:53:48.421-08:002011-03-08T10:53:48.421-08:00कुछ कहते नहीं बन रहा....
शिकायत है भगवान् जी से......कुछ कहते नहीं बन रहा....<br />शिकायत है भगवान् जी से.... <br /><br />आपके सद्प्रयास के लिए बहुत बहुत आभार...क्या पता कईयों के ह्रदय से निकली शुभेक्षा अब प्रिय के आने वाले कल में उजाला बन चमके...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-75077392731457542432011-03-08T09:59:50.360-08:002011-03-08T09:59:50.360-08:00अपने हिस्से के दुःख प्रिया ने इतनी छोटी सी उम्र मे...अपने हिस्से के दुःख प्रिया ने इतनी छोटी सी उम्र में भोग लिए आनेवाला जीवन सरल, सामान्य हो प्रिया और उसके बच्चो के लिए यही प्रर्थना है ईश्वर से हमारी , प्रिया और प्रिया जैसी अनेक लडकियों के लिए जो जीवन के लिए संघर्षरत है |शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-64213643759694686092011-03-08T09:59:24.601-08:002011-03-08T09:59:24.601-08:00मैं वही तो कहता हूँ की शराब क्यूँ पीना? शराब पीने ...मैं वही तो कहता हूँ की शराब क्यूँ पीना? शराब पीने से अच्छा है की नाली का पानी पी लो..... कमोड में straw डाल कर पी लो... लेकिन शराब क्यूँ पीना.... वैसे प्रिया के लिए दुआ कर रहा हूँ...डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-25014944405874679392011-03-08T09:50:59.509-08:002011-03-08T09:50:59.509-08:00कैसे कैसे लोग होते हैं दुनिया में..
और प्रिया बहु...कैसे कैसे लोग होते हैं दुनिया में..<br /><br />और प्रिया बहुत मजबूत है और जीवन की लड़ाई वह जीतकर ही रहेगी.. क्योंकि जो अंदर से मजबूत होते हैं वही जीवटता से जी पाते हैं और हर किसी घटना का सामना करने को तैयार रहते हैं।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.com