tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post6789705406434531003..comments2023-10-31T06:34:42.476-07:00Comments on अपनी, उनकी, सबकी बातें: हाय!! मेरी आधा किलो भिन्डी :(rashmi ravijahttp://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comBlogger58125tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-83168826480891436022011-07-26T03:35:10.780-07:002011-07-26T03:35:10.780-07:00बिना सांस लिए कितना कुछ बता गईं आप ***मजेदार पोस्ट...बिना सांस लिए कितना कुछ बता गईं आप ***मजेदार पोस्ट ***amrendra "amar"https://www.blogger.com/profile/00750610107988470826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-90479754200850042312011-07-18T02:56:59.175-07:002011-07-18T02:56:59.175-07:00भिंडी कब तक पकती रहेगी??? आगे भी तो कुछ लिखिये...भिंडी कब तक पकती रहेगी??? आगे भी तो कुछ लिखिये...Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-40982614331947083022011-07-17T10:34:19.372-07:002011-07-17T10:34:19.372-07:00रश्मि, कितना ज्यादा बोलती हो, अरे टी वी पर आने का ...रश्मि, कितना ज्यादा बोलती हो, अरे टी वी पर आने का चांस मिला और तुम आधा किलो भिन्डी को रो रही हो,<br /><a href="http://vivj2000.blogspot.com/" rel="nofollow"><b> विवेक जैन </b><i>vivj2000.blogspot.com</i></a>Vivek Jainhttps://www.blogger.com/profile/06451362299284545765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-75715887814697089812011-07-17T06:10:31.787-07:002011-07-17T06:10:31.787-07:00मस्त-मस्त-मस्त पोस्ट. मज़ा आ गया. कई दिनों बाद जी ...मस्त-मस्त-मस्त पोस्ट. मज़ा आ गया. कई दिनों बाद जी भर के हंसी :( वैसे दो महीने बाद ब्लॉग देखने का भी समय मिल पाया है :(<br />तुम्हारी पोस्ट से मुझे अपनी रिकॉर्डिंग याद आ गई. दो साल पहले मई में मैं पटना जा रही थी, ट्रेन शाम को सात बजे थी. यहां ईटीवी म.प्र. का जो संवाददाता है उसके ऐसे ही विनम्र आग्रह को मैंने बहुत टालने की कोशिश की लेकिन अनतत: मानना पड़ा. लेकिन जब शाम को पांच बजे मेरी बिटिया ने बताया कि वो ईटीवी वाले आये हैं, और मैं ड्राइंगरूम में आई तो देखा वहां ७-८ लोग बैठे हैं खैर मैं सोफ़े पर बैठ गई मामला यहां की एक महिला नेत्री का था, जो बंदूक ले के चलती हैं, उन पर बोलना था. मेरे बैठते हे अचानक तीन कैमरे मेरे सामने स्टैंड पर लगाये जाने लगे. जिनमें एक सहारा और दूसरा स्टार न्यूज़ का था, ईटीवी के अलावा. मैने आपत्ति जताई तो उन्होंने बड़ी दयनीयता से कहा- आपको क्या? हम तीनों एक साथ रिकॉर्ड करेंगे. इस रिकॉर्डिंग में भी पूरा एक घंटा लग गया. वो तो मेरी ट्रेन थी, वरना और भी वक्त लगता :)<br />लो पोस्ट पर पोस्ट. :):)वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-28856239295194666272011-07-14T06:19:49.594-07:002011-07-14T06:19:49.594-07:00हाहाहाहाहाहाहाहाहाहा
मजा आ गया और भिंडी ज्ञान भी ह...हाहाहाहाहाहाहाहाहाहा<br />मजा आ गया और भिंडी ज्ञान भी हो गया।<br />दोबारा कभी टीवी पर आना तो हमें भी एक मैसेज कर देना।रवि धवनhttps://www.blogger.com/profile/04969011339464008866noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-83846499482548701672011-07-14T02:02:09.557-07:002011-07-14T02:02:09.557-07:00आपने एक सांस में पोस्ट उड़ेली और हमने एक सांस में...आपने एक सांस में पोस्ट उड़ेली और हमने एक सांस में पढ़ भी डाली। हंसकर लोट पोट हो गए।जीवन और जगत https://www.blogger.com/profile/05033157360221509496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-84748258013469930542011-07-10T00:41:51.369-07:002011-07-10T00:41:51.369-07:00सबसे पहले ...भिन्डी धो के काटी जाती मुझे पता है .....सबसे पहले ...भिन्डी धो के काटी जाती मुझे पता है ... वैसे सब को पता होगा ...(आज कल पति सारे काम करते हैं)... और गैस के रेत बढ़ने वाला प्रोग्राम तो मैंने भी देखा था ... आप नज़र नई आई ... आपने भिन्डी का बिल भेज देना था टी वी वालों को ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-36147449746206826942011-07-09T10:13:37.315-07:002011-07-09T10:13:37.315-07:00बेहतरीन संस्मरण रश्मि जी ! हाँ शूटिंग के चक्कर में...बेहतरीन संस्मरण रश्मि जी ! हाँ शूटिंग के चक्कर में आधा किलो भिन्डी की कुर्बानी हमें भी अखर गयी ! वैसे आपके साथ ऐसे सुखद हादसे अक्सर होते रहते हैं यह खुशी की बात है और उससे भी अधिक प्रसन्नता की बात यह है कि आप उदारतापूर्वक उन्हें हम सबके साथ शेयर करती हैं ताकि हम भी उस आनंद को जी सकें ! आपका बहुत-बहुत आभार एवं धन्यवाद !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-76491421327317460982011-07-09T08:07:23.652-07:002011-07-09T08:07:23.652-07:00mazedar.......mazedar.......mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-39046922247897370502011-07-09T03:51:14.420-07:002011-07-09T03:51:14.420-07:00ये तो एकदम गलत बात है बुलाया आधा किलो भिंडी लिखकर ...ये तो एकदम गलत बात है बुलाया आधा किलो भिंडी लिखकर और पढ़वा दिया गैस पुराण :-)नीलिमा सुखीजा अरोड़ाhttps://www.blogger.com/profile/14754898614595529685noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-84223508326095460922011-07-09T01:44:54.737-07:002011-07-09T01:44:54.737-07:00" एक तो मुंबई में रहकर कान विनम्र स्वर सुनने ..." एक तो मुंबई में रहकर कान विनम्र स्वर सुनने के आदी नहीं रहे... " - ऐसा है क्या ? यह बताइए - क्या यह पोस्ट जीमेल कम्पोज़ बॉक्स में से कॉपी पेस्ट की है ? क्योंकि हिंदी तो ब्लॉगर में चल ही नहीं रही इन दिनों ? :) - वैसे पुरुष ब्लोगर्स को यह भी बता दें लगे हाथ कि - भिन्डी धो कर और फिर पोछ कर और सुखा कर पोंछें - नहीं तो फिर हाथ चिपचिपायेंगे - तो आपको ब्लेम लगेगा :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-11527662740516145442011-07-09T00:41:39.667-07:002011-07-09T00:41:39.667-07:00ओये मैडम हमे भी बता देती हम भी देख लेते टी वी पर …...ओये मैडम हमे भी बता देती हम भी देख लेते टी वी पर ……………कितना बोलती हो? ऐसे ही बोलती रहा करो हम ज्यादा नही बस शोले के अमिताभ बन जायेंगे…………हा हा हाvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-60796721320197351672011-07-08T21:52:42.930-07:002011-07-08T21:52:42.930-07:00चार छह बार इस पोस्ट को पढने के लिए क्लिक किया .. ...चार छह बार इस पोस्ट को पढने के लिए क्लिक किया .. पर कुछ न कुछ कारण ऐसे बनते गए कि सारे टैब एक साथ बंद हो गए .. शुक्र है बज्ज पर आयी एक नई टिप्पणी का .. जिसने इसे फिर से नजरों के सामने ला दिया और आज पढ पायी .. अच्छी लगी आपकी ये पोस्ट .. वैसे पहले की तुलना में आज की लौकी और भिण्डी में इतना पानी नहीं होता कि काटने के बाद धोकर न बनाने में परेशानी हो .. विटामिन अवश्य कुछ नष्ट हो जाएंगे .. पर सारी सब्जी बर्वाद नहीं होगी .. वैसे मेरी बात को मानकर एक प्रयोग करके फिर से आधा किलो भिंडी बर्वाद न करें :)संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-80835297668597425372011-07-08T12:06:43.239-07:002011-07-08T12:06:43.239-07:00kya baat hain aap tv par aain aur hamein pataa bhi...kya baat hain aap tv par aain aur hamein pataa bhi na chalaa, pahle se batana chahiye tha na bhalaa.... tv to apan dekhte hi hai actualy.... bas aapka blog padh kar hi khush ho late hain...Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-43611013133205803092011-07-08T11:50:00.911-07:002011-07-08T11:50:00.911-07:00बहुत बढ़िया ...रोचक किस्सा बन पड़ा यह तो..... हाय ...बहुत बढ़िया ...रोचक किस्सा बन पड़ा यह तो..... हाय रे आधा किलो भिन्डी.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-51235997729150359262011-07-08T10:47:00.180-07:002011-07-08T10:47:00.180-07:00रश्मि जी आपके संस्मरण और भिन्डी की कहानी पढ़ कर अच...रश्मि जी आपके संस्मरण और भिन्डी की कहानी पढ़ कर अच्छा लगा... लेकिन जब मेरे मित्र बढ़िया बाईट के लिए भटकते हैं तो मुझे अजीब लगता है... उन्हें दिखने के लिए सब कुछ सुन्दर चाहिए... महगाई दिखाने के लिए स्मार्ट किचेन.... स्मार्ट हाउस वाइफ....सब प्रायोजित नहीं लगता क्या.... इस लिए विश्वसनीयता घट रही है या कहिये ख़त्म हो रही है न्यूज़ चैनलों की.... जहाँ महंगाई वास्तव में कहर ढ़ा रही है वहां तो ये न्यूज़ चैनल के पत्रकार ही नहीं हैं..... खैर...आपकी भिन्डी सेलिब्रिटी हो गई....अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-79295488783995156422011-07-08T09:31:42.592-07:002011-07-08T09:31:42.592-07:00लो जी आपने आधा किलो भिन्डी शीर्षक क्या रख दिया, ...लो जी आपने आधा किलो भिन्डी शीर्षक क्या रख दिया, यहां तो भिन्डी बाजार ही लग गया। सिलेंडर और गैस की बात तो गई चूल्हे में। और भिन्डी धोने की कौन कहे,अपन तो भिन्डी खरीदते ही पहला काम एक भिन्डी मुंह में डालकर कचर कचर करने लगते हैं। <br />*<br />और फोन पर हू इज दिस ही नहीं,सामने वाला जानता है तो अंग्रेजी में कहता है टेल मी। ऐसे में लगता है जैसे कह रहा हो बकिए। असल में तो यह भाषा भाषा का फर्क ही है। <br />*<br />बहरहाल हम भी यही कहेंगे कि मजा आ गया। <br />*<br />आप कुछ भी कहिए। हम तो आपके घर जरूर आएंगे।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-20214765016324623192011-07-08T08:47:51.336-07:002011-07-08T08:47:51.336-07:00एकदम से शानदार!
@भिन्डी हमेशा धोकर काटी जाती है {...एकदम से शानदार!<br />@भिन्डी हमेशा धोकर काटी जाती है {कितने पुरुष ब्लोगर्स को ये पता है?}<br />मुझे कुछ तो पता है कम से कम :)Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-69085023032137765932011-07-08T05:09:04.602-07:002011-07-08T05:09:04.602-07:00शहीद हुई लेडीफ़िंगरों के साथ हमें सहानुभूति है।
...शहीद हुई लेडीफ़िंगरों के साथ हमें सहानुभूति है। <br /><br />प्रवीण जी और डाक्टर साहब की टिप्स आगामी एनकाऊंटर्स में यकीनन कारगर सिद्ध होंगी:)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-69254828047718823082011-07-08T04:58:33.077-07:002011-07-08T04:58:33.077-07:00आप तो सब्ज बाग दिखा गईं इस ब्लॉग पर इस पोस्ट के द्...आप तो सब्ज बाग दिखा गईं इस ब्लॉग पर इस पोस्ट के द्वारा। पता नहीं कब फिर से शूटिंग-वूटिंग देखने का मौक़ा मिलेगा। <br /><br />आपकी पिछली पोस्ट में पहली बार शूटिंग देखने का अनुभव बताया तो था। <br /><br />इस बार दूसरा वाकया शेयर कर लूं जब हम गए थे कौन बनेगा करोड़पति के सेट पर। अहा! क्या नज़ारा था, अमिताभ को जी भर देखने का अवसर मिला। आप बोलती हैं रिटेक से बोर हो जाने की बात, हम तो सोचते थे कि ये ग़लती करे और रिटेक हो, पर वो तो अमिताभ है। एक टेक में पूरे एक घंटे का एपिसोड कर कर गया। ... और हमें सेट से चले आना पड़ा।<br /><br />**(अब भी शूटिंग देखने का कोई जुगाड़ है तो बताइए!)मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-40889576909417902542011-07-08T04:50:00.212-07:002011-07-08T04:50:00.212-07:00आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (09.07.2011) को &qu...आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (09.07.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at <br />चर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)Er. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-49553800128560910332011-07-07T23:24:41.465-07:002011-07-07T23:24:41.465-07:001 विनम्र हिंदी से मुंबई वाले क्या बाकी शहर वाले भी...1 विनम्र हिंदी से मुंबई वाले क्या बाकी शहर वाले भी सोच में पड़ जाते हैं।<br />2 आदर्श भारतीय नारी का अवतार धारण करना अक्सर बड़ा काम आता है<br />3 जाना-पहचान चेहरा उस पर नाम नहीं?<br />4 भिन्डी क्या, हर सब्जी धो कर काटी जाती है, पता है<br />5 खदान खोद कर लाई बातों से सराबोर होएन का मौका मिला है हमें भी<br /><br />हाय! आधा किलो भिन्डीAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-27471312936251514242011-07-07T22:40:14.715-07:002011-07-07T22:40:14.715-07:00मीनाक्षी जी के कमेंट का सहारा लूंगा, सचमुच आपकी रच...मीनाक्षी जी के कमेंट का सहारा लूंगा, सचमुच आपकी रचना पढते हुए ऐसे लगता है कि जैसे आप सामने बैठकर सारी घटना सुनाती जा रही हैं।<br /><br />------<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">जादुई चिकित्सा !</a><br /><b><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">ब्लॉग समीक्षा की 23वीं कड़ी...।</a></b>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-46137443079265947692011-07-07T21:46:58.021-07:002011-07-07T21:46:58.021-07:00पूरी आधा किलो भिन्डी फेंकनी पड़ी, बड़ी ना इंसाफी ह...पूरी आधा किलो भिन्डी फेंकनी पड़ी, बड़ी ना इंसाफी है। हमारी पसंदीदा सब्जी है!Ashish Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02400609284791502799noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-64454571230010043282011-07-07T20:21:38.385-07:002011-07-07T20:21:38.385-07:00.
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सबकी खबर लेने व देने का दावा करते यह चैनल वा....<br />.<br />.<br />सबकी खबर लेने व देने का दावा करते यह चैनल वाले उस तक पहुंचने की तो जहमत तक नहीं उठा रहे जिस पर गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने का वाकई फर्क पड़ा है... एक विडंबना को जाहिर किया है आपने... :(<br /><br />जब कॉलेज में पढ़ता था तो नागालैंड के एक मित्र के साथ रहते भिंडी उबाल कर बनाना-खाना सीखा था... उसमें भिंडी काटने के बाद धोने पर भी प्रयोग हो सकती है... फिर एक दो बार मठ्ठे ( Buttermilk ) में उबली भिंडियाँ भी खाईं कुछ घरों में... भिन्न स्वाद के लिये थोड़ा सा सहिष्णु होना होता है... पर दोनों ही तरीकों से पकी भिन्डी भी मुझे तो अच्छी ही लगती है... आप को यह पता होता तो आपकी आधा किलो भिन्डी फेंकी नहीं जाती... :)<br /><br /><br />...प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.com