tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post3347360124403307031..comments2023-10-31T06:34:42.476-07:00Comments on अपनी, उनकी, सबकी बातें: सुन्दर पुस्तक पर बनी एक साधारण फिल्म "Eat ,Pray and Love"rashmi ravijahttp://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comBlogger36125tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-1863516871704868052017-08-06T11:18:49.336-07:002017-08-06T11:18:49.336-07:00क्या बात है।क्या बात है।neeraj singhhttps://www.blogger.com/profile/06668100175037947404noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-57499923652843771612010-11-14T17:57:31.916-08:002010-11-14T17:57:31.916-08:00अरे वाह ! दीदी,
आपके ब्लॉग होलीवुड फिल्म समीक्षा ...<i>अरे वाह ! दीदी,<br /><br />आपके ब्लॉग होलीवुड फिल्म समीक्षा भी पढने को मिलती है |<br /><br />आपकी लिखी समीक्षा पढ़ना सुखद है |अभी फिल्म नहीं देखी है <br /><br />एक बात तो माननी पड़ेगी "होलीवुड वाले" [मतलब अभिनेता , अभिनेत्री ,निर्देशक आदि ] जिस तरह से फिल्म तैयार करते हैं लीक से हट कर भी कोई फिल्म हो तो देखे बिना नहीं रहा जाता<br /><br /> ऐसा लगता है गीता की सीख " कर्म करो [फिल्म बनाओ ] फल [प्रोफिट] की चिंता मत करो" इन्होने ने ही अपना लिया हो और हम लोग भूल रहे हों <br /><br />मैंने एलिजाबेथ टाउन फिल्म देखी थी , समीक्षा पढ़ कर पता नहीं क्यों ...एक दम से वही याद आ गयी <br /></i>एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-30911978316334644592010-11-14T09:13:32.145-08:002010-11-14T09:13:32.145-08:00अपने व्यस्त समय में से कुछ फ्री समय निकाल कर इस फि...अपने व्यस्त समय में से कुछ फ्री समय निकाल कर इस फिल्म को देखने का प्रयास करूंगा.<br />अच्छे विवरण के लिए धन्यवाद.<br />WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COMचन्द्र कुमार सोनीhttps://www.blogger.com/profile/13890668378567100301noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-34132198026607156032010-11-13T04:19:29.833-08:002010-11-13T04:19:29.833-08:00bahut khubbahut khubrajesh singh kshatrihttps://www.blogger.com/profile/05830899015565164627noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-79155413146993896222010-11-13T02:11:05.967-08:002010-11-13T02:11:05.967-08:00एक जगह मन लगाने के लिये दूसरी जगह से उचटना आवश्यक ...एक जगह मन लगाने के लिये दूसरी जगह से उचटना आवश्यक है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-5033592034255285792010-11-12T14:54:54.268-08:002010-11-12T14:54:54.268-08:00विवरण रोचक.....अच्छी लगी समीक्षा....अब फिल्म देखने...विवरण रोचक.....अच्छी लगी समीक्षा....अब फिल्म देखने का मन बन रहा है.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-29425137772041752242010-11-12T08:19:51.591-08:002010-11-12T08:19:51.591-08:00बहुत दिलचस्प तरीके से फिल्म की कहानी सुनाई आपने।
अ...बहुत दिलचस्प तरीके से फिल्म की कहानी सुनाई आपने।<br />अवसर मिला तो ज़रूर देखेंगे ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-29587118881989205322010-11-12T07:02:48.476-08:002010-11-12T07:02:48.476-08:00न तो किताब पढ़ने का मौका लगा, न ही अभी तक फ़िल्म ही ...न तो किताब पढ़ने का मौका लगा, न ही अभी तक फ़िल्म ही देख पाई हूं. पर आपने इतनी बढ़िया समीक्षा करके, इसे देखने और पढ़ने की उत्सुकता बढ़ा दी है. हमेशा की तरह सहजता और रोचकता का अनूठा संगम लिए, इस सुंदर समीक्षा के लिए आभार. <br />सादर,<br />डोरोथी.Dorothyhttps://www.blogger.com/profile/03405807532345500228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-42838340423841827042010-11-12T05:34:16.360-08:002010-11-12T05:34:16.360-08:00सुन्दर पुस्तक पर बनी एक साधारण फिल्म।
एकदम सही कहा...सुन्दर पुस्तक पर बनी एक साधारण फिल्म।<br />एकदम सही कहा है आपने। फिल्म अच्छी है, पर उम्मीदें ज्यादा थीं। खैर मैं तो आपकी समीक्षा पर मुस्कुराता ही रहा। बढिय़ा।रवि धवनhttps://www.blogger.com/profile/04969011339464008866noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-4862429022132041782010-11-12T04:07:22.727-08:002010-11-12T04:07:22.727-08:00rashmi di,
ek book,ek film,ek aapka post...
post p...rashmi di,<br />ek book,ek film,ek aapka post...<br />post pahle padha..film aur book baki hay..dekhna ye hay ki story ki prastuti sabse achchhi kisme hay.. mujhe aapki prastuti sahaj saral aur shandaar lagi..book,film talash karunga.Arshad Alihttps://www.blogger.com/profile/00741578153298460528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-22512851052806658382010-11-12T02:55:07.418-08:002010-11-12T02:55:07.418-08:00ना पढ़ा और ना ही देखा पर आपके हवाले से जो भी जाना ...ना पढ़ा और ना ही देखा पर आपके हवाले से जो भी जाना अच्छा लगा !<br />देर से आ पाया हूं तो टिपियाने का चार्म खत्म हो चुका है :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-27496809512818180742010-11-12T01:24:36.231-08:002010-11-12T01:24:36.231-08:00न तो मैंने किताब पढ़ी और न ही फ़िल्म देखी , लेकिन अब...न तो मैंने किताब पढ़ी और न ही फ़िल्म देखी , लेकिन अब लग रहा है कि मैंने दोनों ही काम कर लिए हैं. जिस तरह से तुमने कहानी सुनाई और फ़िल्म दिखाई दोनों के लिए धन्यवाद! हम फ़िल्म न देखने वालों के लिए तुम बहुत उपयोगी काम कर देती हो. एक बार फिर से धन्यवाद !रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-57886941780143499812010-11-12T00:08:38.182-08:002010-11-12T00:08:38.182-08:00काफ़ी सजीव चित्रण किया है…………ना देखी ना पढी मगर तुम...काफ़ी सजीव चित्रण किया है…………ना देखी ना पढी मगर तुमसे काफ़ी जानकारी मिल जाती है तो लगता है देख भी ली और पढ भी ली।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-39837155949236651212010-11-11T23:56:22.861-08:002010-11-11T23:56:22.861-08:00आपने इतनी सुन्दर समीक्षा की है कि अब फिल्म देखने क...आपने इतनी सुन्दर समीक्षा की है कि अब फिल्म देखने की और उपन्यास पढने की उत्सुकता डबल हो गयी है ! वैसे भी जूलिया रोबर्ट्स मेरी फेवरेट अभिनेत्री हैं ! इसमें कोई दो राय नहीं कि हॉलीवुड के फिल्मकार भारत की ऐसी ही घटिया छवि दिखाने के लिये तत्पर रहते हैं जबकि भारत में कई बहुत सुन्दर और दर्शनीय स्थान भी हैं ! लेकिन ऐसे दृश्य भी हमारे ही देश में दिखाई देते हैं इसे भी तो नकारा नहीं जा सकता ! उन्हें अपनी लकीर बड़ी दिखाने के लिये दूसरी लकीर को छोटा दिखाना लाजिमी है और इसीलिये उनका फोकस शायद ऐसे दृश्यों पर ही अधिक रहता है ! इतनी अच्छी फिल्म और उपन्यास के बारे में जानकारी देने के लिये धन्यवाद !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-4480707605614041882010-11-11T23:38:02.563-08:002010-11-11T23:38:02.563-08:00रोचक समीक्षा है
हिन्दी में होती तो देख भी लेते। पु...रोचक समीक्षा है<br />हिन्दी में होती तो देख भी लेते। पुस्तक ढूंढनी पडेगी हिन्दी होगी तो<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-24602425553571922592010-11-11T21:28:46.207-08:002010-11-11T21:28:46.207-08:00उत्सुकता जाग गई
देखकर देखते (बताते) हैंउत्सुकता जाग गई<br />देखकर देखते (बताते) हैंशाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-51606438928091571022010-11-11T20:51:59.635-08:002010-11-11T20:51:59.635-08:00बहुत रोचक पुस्तक के बारे मे बताया। देखते हैं फिल्म...बहुत रोचक पुस्तक के बारे मे बताया। देखते हैं फिल्म भी। धन्यवाद।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-83867741637851850332010-11-11T20:22:33.972-08:002010-11-11T20:22:33.972-08:00aapse sunna aur aapki aankhon se dekhna bahut achh...aapse sunna aur aapki aankhon se dekhna bahut achha lagta ...रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-7783644312221585952010-11-11T19:41:34.036-08:002010-11-11T19:41:34.036-08:00great narration and presentation. u r master of s...great narration and presentation. u r master of such art, u can help many by inspiring in right directionAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-59511674854230201162010-11-11T19:30:15.651-08:002010-11-11T19:30:15.651-08:00@संजीत
वह भाग सचमुच इस फिल्म का सबसे संवेदनशील पक...@संजीत<br />वह भाग सचमुच इस फिल्म का सबसे संवेदनशील पक्ष है...वो लड़की हमेशा उस छोटे से टाइल्स के टुकड़े को नीचे रख कर बैठती थी और कल्पना करती थी कि वह अपने घर के फर्श पर बैठीं है.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-47250889179981040482010-11-11T19:13:52.538-08:002010-11-11T19:13:52.538-08:00@वाणी....मैने गंदे आश्रम के साथ, राजस्थान को नहीं ...@वाणी....मैने गंदे आश्रम के साथ, राजस्थान को नहीं जोड़ा है....बल्कि चटख रंग के कपड़े पहने घूँघट काढ़े स्त्रियों से एसोसियेट किया है..ठीक से पढो ,बाबा<br /><b>"शायद राजस्थान के किसी गाँव में शूटिंग की गयी थी , चटख रंग के कपड़ों में स्त्रियाँ सड़क किनारे कपड़े सुखाती दिखती हैं."</b><br /><br />हाथी तो कहीं भी पाले जा सकते हैं सही कहा....पर जब विदेशी फिल्मकार भारत पर फिल्म बनाते हैं...तो हाथी, बैलगाड़ी, भिखारी और स्ट्रीट चिल्ड्रेन ...जरूर दिखाते हैं.<br />इन सबसे परे भी बहुत कुछ है,भारत में दिखाने कोrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-55987800239179856012010-11-11T19:01:31.471-08:002010-11-11T19:01:31.471-08:00बहुत ही रोचक कहानी है। और बहुत बढिया ढंग से आपने उ...बहुत ही रोचक कहानी है। और बहुत बढिया ढंग से आपने उसके बारे में बताया भी है। अच्छा लगा जानकर।<br /><br />बढ़िया पोस्ट।संजय कुमार चौरसियाhttps://www.blogger.com/profile/06844178233743353853noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-34431162878514655752010-11-11T18:59:59.702-08:002010-11-11T18:59:59.702-08:00Eat, Pray and Love के प्रणयन की रोचक गाथा -शुक्रिय...Eat, Pray and Love के प्रणयन की रोचक गाथा -शुक्रिया !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-34777381645314943412010-11-11T18:35:08.370-08:002010-11-11T18:35:08.370-08:00उपन्यास या फिल्म में जिंदगी जीने का शानदार फलसफा ह...उपन्यास या फिल्म में जिंदगी जीने का शानदार फलसफा है ...मगर ये उपन्यास और फिल्म ही है ....क्या ईट प्रे और लव इतना आसान ही रह जाता होगा ...चलो कोई नहीं , दूसरों के जिन्दगी जीने के इस अंदाज़ को देखकर ही खुश हो लेने में क्या जाता है , मतलब तो अच्छे कारणों से खुश रहने में है ...<br />राजस्थान के आश्रम में हाथी आ जाना कोई आश्चर्यजनक बात नहीं है , हाथी तो कही भी पाले जा सकते हैं ...हाँ इन्हें ऊंट या मोर भी दिखाने चाहिए थे ...सांप संपोले भी यहाँ दूसरे राज्यों की उत्लना में कम ही पाए जाते हैं ..<br />@किसी गंदे से आश्रम में शूटिंग की गयी है और वो राजस्थान का लगता है ...क्या कह रही हैं आप ...<br />राजस्थान में कई खूबसूरत हरियाली आच्छादित आश्रम हैं ,(हालाँकि मैं आश्रम और गुरुओं दोनों को दूर से ही प्रणाम करती हूँ ) और दूसरे प्रदेशों के मुकाबले यहाँ मक्खी-मछर भी कम है ,यहाँ कोई मछरदानी भी नहीं लगाता :):)..<br /><br />अच्छी हलकी -फुलकी सी कहानी लगी इसलिए देखने का भी मन है ..!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-5665070233432801772010-11-11T13:25:41.711-08:002010-11-11T13:25:41.711-08:00फ़िल्म देखूंगा अवश्यफ़िल्म देखूंगा अवश्यबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.com