tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post3224589453394949793..comments2023-10-31T06:34:42.476-07:00Comments on अपनी, उनकी, सबकी बातें: खेलप्रेमियों का नया चहेता : युवराज वाल्मीकिrashmi ravijahttp://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-64485951005883455892011-09-27T21:41:05.182-07:002011-09-27T21:41:05.182-07:00सार्थक पोस्ट है...सार्थक पोस्ट है...फ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-85810354032140140012011-09-25T11:54:20.741-07:002011-09-25T11:54:20.741-07:00युवराज की लगन प्रशंसनीय है। खेलों का व्यवसायीकरण त...युवराज की लगन प्रशंसनीय है। खेलों का व्यवसायीकरण तो हुआ ही है परंतु सबसे अधिक हानि उनके राजनीतिकरण से हुई है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-83179019344530410702011-09-25T11:16:10.859-07:002011-09-25T11:16:10.859-07:00देखो...इसी से अंदाजा लगाओ कि लोकप्रियता के स्तर का...देखो...इसी से अंदाजा लगाओ कि लोकप्रियता के स्तर का क्या आलम है क्रिकेट को छोड़ कर मानो कोई और खेल खेल है ही नहीं....कितने लोग जानते हैं इन खिलाड़ियों के बारे में जो देश के लिए इतनी मेहनत कर पदक लेकर आते हैं...<br /><br />बहुत जरुरी है इस तरफ ध्यान देना और मीडिया का इसमे अहम रोल होना चाहिये.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-18034497073932292732011-09-25T08:22:23.203-07:002011-09-25T08:22:23.203-07:00युवराज बाल्मीकी के बारे में आपके आलेख में पढ़ कर बह...युवराज बाल्मीकी के बारे में आपके आलेख में पढ़ कर बहुत प्रसन्नता हुई ! हमारा राष्ट्रीय खेल होने के बावजूद भी हॉकी लोकप्रियता के मामले में कितना पिछड़ा हुआ है और भारत को जीत का गौरव दिलाने के बाद भी इसके खिलाड़ियों के साथ जिस तरह का सौतेला व्यवहार किया गया उससे हमें भी बहुत दुःख हुआ था ! क्रिकेट खिलाड़ियों को कितने भी खराब प्रदर्शन करके बाद जिस तरह से आसमान पर बैठाया जाता है उसका सारा दोष दर्शकों को नहीं दिया जा सकता ! नि:संदेह रूप से दर्शक उन्हें पसंद करते हैं लेकिन सरकारी इनामों की बरसात नेताओं और क्रिकेट फेडरेशन के अधिकारियों की मिलीभगत का ही परिणाम होता है ! हॉकी की शोचनीय दशा पर बहुत गंभीर होकर विचार करने की आवश्यकता है !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-87280492768046898632011-09-25T05:25:33.423-07:002011-09-25T05:25:33.423-07:00kaun jane kahan heera mil jayekaun jane kahan heera mil jayeरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-73905513764359604892011-09-24T23:25:23.154-07:002011-09-24T23:25:23.154-07:00हालांकि मैं मूल से पूरी तरह सहमत हूँ यहाँ, फिर भी ...हालांकि मैं मूल से पूरी तरह सहमत हूँ यहाँ, फिर भी आपके यहाँ खेल पर २-४ बातें कह के मन उलीच लेता हूँ। :)<br /><br />किसी खेल में भी यदि अधिक पैसा है तो खिलाड़ी या सरकार दोषी नहीं होते, (BCCI सरकारी संस्था नहीं है, ना ही Nike, TATA, Sahara, Reliance ...) दोष यदि लग सकता है तो केवल और केवल दर्शकों पर।यदि लसिथ मलिंगा के पाटे हाँकने (उसे क्रिकेट कहने को मेरी आत्मा तैयार नहीं :)) पर लाखों लोग झूमते हैं, टिकेट खरीदते हैं, हर ओवर के बाद आत़े Gillette twin blade के ads देखते नहीं अघाते। उन्हें करोड़ों देने को हम तैयार हैं, तो इससे क्रिकेट या खिलाडी दोषी कैसे हो गए? या फिर हमारी सरकार भी?<br />F1 के इतने महंगे टिकेट बिक गए, लेकिन ७०-८० रूपये के भी टिकेट ले हम नहीं जाते हॉकी देखने।<br /><br />और ये एक vicious circle है, देखने वाला बच्चा यही देखेगा तो आगे hockey stick तो नहीं ही उठाएगा, यहाँ तक की गेंद भी नहीं।<br />हॉकी को उठाने के लिए क्रिकेट या किसी भी खेल के विपरीत दिशा में कुछ भी कहना, मुझे ठीक नहीं लगता।<br />हाँ इस बेतरह ईनाम की बारिश. चाहे वो क्रिकेट में दिए जाएँ या हॉकी में, यदि सरकार की तरफ से है, को मैं सही नहीं मानता। वो सचिन तेंदुलकर हो, महेश भूपति या फिर साइना नेहवाल। <br />हाँ, निजी संस्थाओं के advertisement का propaganda हो तो फिर क्या कहूँ?<br />किसी भी देश में (बांग्लादेश या केन्या की बात ना करें तो) किसी भी खिलाडी को तयशुदा इनाम ही मिलता है (जो कि निःसंदेह अच्छी रकम होती है), न कि सबसे महंगे शहर में फ्लैट, बँगला, विला।<br /><br />एक खिलाडी या एक फिल्म अभिनेता हो जाने से ही विशेष अधिकार तो नहीं हो जाते?<br />एक बल्लेबाज़ रन नहीं बनाएगा तो क्या करेगा?<br />एक हॉकी खिलाडी यदि गोल नहीं करेगा तो...?<br />क्या एक बैंक मैनेजर या एक इंजिनियर जो पूरी तहजीब-तसल्ली से अपना काम करते हैं, उन्हें भी मिलेंगे ऐसे ईनाम? पढ़ाई करना ऐसी बुरी बात भी नहीं। :)<br />क्या यह सम्मान कम है कि ये खिलाडी सबसे ऊँची वरीयता पर खेलते हैं? निश्चय ही वेतन और सुविधायें उसी अनुरूप होना चाहिए जो कि अन्य खेलों में कतई नहीं है। और हॉकी फेडरशन की तो खैर...<br /><br />युवराज पर आयें, तो वो निश्चय ही बधाई के पात्र हैं। और योग्य पुरस्कार के भी।<br /><br />और हाँ! अंतिम अनुच्छेद तो कमाल है!!<br />धन्यवाद आपका जो आपने इस "More on Sports" वाले पृष्ठ पर रुके सितारे पर लिखा।<br />आज फिर से बहुत ज्यादा हो गया। :)Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-90273373340357258302011-09-24T20:32:17.363-07:002011-09-24T20:32:17.363-07:00यह जानकारी तो आपने बढ़िया दी. अगर अन्य खेलों में थ...यह जानकारी तो आपने बढ़िया दी. अगर अन्य खेलों में थोडा प्रोत्साहन दिया जा सके तो शायद उसके भी अच्छे खिलाडी सामने आयें. <br />दाद देनी होगी ऐसे लोगों की जो इस तरह के अभावों में में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने में कामयाब हो पाते हैं.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-52864039986522721102011-09-24T11:28:15.410-07:002011-09-24T11:28:15.410-07:00बहुत बढिया है :) सच्ची!बहुत बढिया है :) सच्ची!वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-78692598705477552812011-09-24T09:20:51.423-07:002011-09-24T09:20:51.423-07:00युवराज सिर्फ क्रिकेट में ही नहीं होते...अच्छा लगा ...युवराज सिर्फ क्रिकेट में ही नहीं होते...अच्छा लगा महाराष्ट्र सरकार ने युवराज के लिए ग्यारह लाख रुपये के इनाम के साथ घर और नौकरी का आश्वासन भी दिया है...<br /><br />एक बात और...क्या सचिन तेंदुलकर से पहले भारतरत्न पर दद्दा मेजर ध्यानचंद का हक़ नहीं बनता...<br /><br />जय हिंद....Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-20627171947004014042011-09-24T08:56:52.380-07:002011-09-24T08:56:52.380-07:00हीरे अपनी चमक से अभिभूत कर ही देते हैं, जिनका मोल ...हीरे अपनी चमक से अभिभूत कर ही देते हैं, जिनका मोल न सरकार दे पाती है और न ही मीन-मेख में अनावश्यक जगहों पर जुटी मीडिया। <br /><br />युवराज पर पढ़कर अच्छा लगा! आभार..!Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-44401764004298406882011-09-24T07:26:50.511-07:002011-09-24T07:26:50.511-07:00समाचारों में केवल ब्रेकिंग न्यूज के रूप में पट्टी ...समाचारों में केवल ब्रेकिंग न्यूज के रूप में पट्टी पर बताया जा रहा था कि भारत की हाकी टीम ने एक गोल किया, अब दूसरा गोल दागा और मैं चैनल बदल बदल कर देख रहा था कि कहीं तो दिखे लेकिन नहीं दिख रहा था। सब पर कुछ न कुछ उटपटांग दिखाई दे रहा था। <br /><br /> उम्मीद है अब कुछ स्थिति बदलेगी। आखरी पैरा जोरदार रहा।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-26693990734208496982011-09-24T06:47:43.172-07:002011-09-24T06:47:43.172-07:00अपने मुल्क में खेल संघों की कमान ऐसे हाथों में सिम...अपने मुल्क में खेल संघों की कमान ऐसे हाथों में सिमट गई है जो अपने आप में उस विधा विशेष के बहुत बड़े शून्य हैं ! ऐसे में अचीवमेंट जो भी हो वह उस प्रतिभा का होता है जो सौभाग्यवश / चमत्कारवश अंतिम स्क्वाड में शामिल हो पाई !<br /><br />हॉकी की दुर्गति भी ऐसे ही '.मीने' खेल संघ प्रमुखों का कमाल है वर्ना युवराज वाल्मिकी (प्रतिभायें) गली मुहल्लों में थोक के भाव बिखरे पड़े हैं !<br /><br />वितृष्णा की हद ये है कि हॉकी अपना प्रिय खेल है पर हमने भी वह मैच नहीं देखा ! पर मैच के परिणाम के बाद इसका पछतावा ज़रूर है !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-76080863151069868962011-09-23T23:43:07.614-07:002011-09-23T23:43:07.614-07:00"इस मैच का सीधा प्रसारण किसी भी चैनल ने नहीं ..."इस मैच का सीधा प्रसारण किसी भी चैनल ने नहीं किया क्यूंकि वे क्रिकेट मैच दिखाने में व्यस्त थे"<br /> सचमुच उस दिन इतना बुरा लग रहा था कि कुछ मत पूछिए ..<br />आपने बहुत अच्छा किया इस पोस्ट को लिखकर -क्या हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल सचमुच है? <br />अब युवराज पर इनकम टैक्स वाले गुर्रा रहे हैं...वे अन्ना के अरविन्द पर भी तैश खाये हुए हैं ..<br />अपने देश में चीजें इतना बेतरतीब क्यों हो गयी है ? जाहिर है भ्रष्ट लोग मिजारिटी में हैं !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-88444057333505137642011-09-23T20:38:44.291-07:002011-09-23T20:38:44.291-07:00युवराज को बधाई हो....युवराज को बधाई हो....प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-50228745647600463972011-09-23T20:37:38.966-07:002011-09-23T20:37:38.966-07:00इस बहादुर लड़के को सुनहरे भविष्य के लिए शुभकामनाये...इस बहादुर लड़के को सुनहरे भविष्य के लिए शुभकामनायें !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-29852925739201704602011-09-23T18:53:00.848-07:002011-09-23T18:53:00.848-07:00इस चक दे पोस्ट का अंतिम पैरा तो एकदम पेनाल्टी शू...इस चक दे पोस्ट का अंतिम पैरा तो एकदम पेनाल्टी शूट है, वाह.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-65096694354210649842011-09-23T11:37:55.378-07:002011-09-23T11:37:55.378-07:00चलिए आपने भी यह पोस्ट लगाकर उनका एक तरह से सम्मा...चलिए आपने भी यह पोस्ट लगाकर उनका एक तरह से सम्मान ही किया।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-30132762836766119382011-09-23T11:21:45.039-07:002011-09-23T11:21:45.039-07:00इस प्रतिभा से परिचय हाल की श्रृंखला के दौरान ही हु...इस प्रतिभा से परिचय हाल की श्रृंखला के दौरान ही हुआ और ईमानदारी से कहूँ तो ऐसे ही, जैसे "कौन बनेगा करोडपति" की तैयारी के लिए सवाल याद कर रहा होऊं... <br />इस पतन के लिए कौन जिम्मेवार है यह कहना बड़ा ही कठिन है.. हाँ, जिस ज़माने में मैं दीवाना होता था इस खेल का, तब इसका जिम्मेवार मैंने अशोक कुमार (स्व. ध्यानचंद के सुपुत्र) को पाया है.. १९७५ के बाद जब वे टीम भावना को छोडकर, व्यक्तिगत खेल को महत्व देने लगे तो दोनों ही समाप्त हो गए... क्रिकेट में व्यक्तिगत खेल की वैल्यू है, मगर हॉकी में वही घातक हो गयी..<br />बहुत दिनों तक एस्ट्रो टर्फ का बहाना चला.. फिर राजनीति और फिर पतन!! देखें इस बच्चे के सपने किस ऊंचाई तक उड़ान भर पाते हैं!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-73288698672511642412011-09-23T09:50:42.034-07:002011-09-23T09:50:42.034-07:00ओह! प्रकाशित होने तक वेट करना होगा।ओह! प्रकाशित होने तक वेट करना होगा।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-52261079653660686182011-09-23T09:49:47.447-07:002011-09-23T09:49:47.447-07:00भारत जीत गया है और कुछ विवाद हुआ है इनाम की राशि ...भारत जीत गया है और कुछ विवाद हुआ है इनाम की राशि कि लेकर यह समाचारों में आया था और अवगत हुआ था। पर इस उदीयमान खिलाड़ी के बारे में इतना विस्तार से जानने का अवसर नहीं मिला था। (सच कहूं तो नाम ही आज पहली बार सुन रहा हूं।)<br />आपका आभार कि आप ने इस अनमोल रत्न से परिचय कराया।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-47852921171363276642011-09-23T09:45:41.349-07:002011-09-23T09:45:41.349-07:00इसे ही कहते है गुदड़ी के लाल | २५ हजार इनाम की बात...इसे ही कहते है गुदड़ी के लाल | २५ हजार इनाम की बात सुन तो सभी को ही गुस्सा आया था वो भी खेल मंत्री के द्वारा , लेकिन असली समस्या की जड़ तो हाकी के आकाओ की लड़ाई है जो हाकी का भला करने और खेल की तरफ ध्यान देने के बजाये अपनी अपनी लड़ाई में लगे है उन्हें अपने कमाने खाने से फुरसत मिले तब ना |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.com