tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post3145713440019600215..comments2023-10-31T06:34:42.476-07:00Comments on अपनी, उनकी, सबकी बातें: जावेद अख्तर की एक प्यारी सी नज़्मrashmi ravijahttp://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comBlogger30125tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-56912024931146504182010-05-20T04:31:43.955-07:002010-05-20T04:31:43.955-07:00क्या बात है ...
नज़्म पढवाई जा रही है और वो भी जावे...क्या बात है ...<br />नज़्म पढवाई जा रही है और वो भी जावेद अख्तर जी की ...<br /><br />वो एक रब्त<br />जो हम में कभी रहा ही नहीं<br />मुझे है याद वो सब<br />जो कभी हुआ ही नहीं. ...<br /><br />वल्लाह ....!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-9142083397627191602010-05-20T04:08:12.123-07:002010-05-20T04:08:12.123-07:00कभी कभी मन में आता है कि कचरा ही नहीं उत्कृष्टता क...कभी कभी मन में आता है कि कचरा ही नहीं उत्कृष्टता के फूल भी आये हैं हिन्दी ब्लॉगरी में। <br />और आपको पढ़ कर वह भाव पुख्ता होता है।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-3760579890498869402010-05-19T22:32:20.337-07:002010-05-19T22:32:20.337-07:00जावेद जी की नज्म सुनाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद!
...जावेद जी की नज्म सुनाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद!<br />पसंद बहुत अच्छी लगी, यही हाल होता है शायरों का पाता नहीं जो हो न उसकी कल्पना में अश्क बहा बैठते हैं और जो देखा नहीं उसको सभी को शब्द चित्रों से दिखा देते हैं तभी तो वो होते हैं दुनियाँ से इतर .रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-42080974792830899572010-05-19T19:30:47.227-07:002010-05-19T19:30:47.227-07:00उम्दा अभिव्यक्ति ,सुन्दर सी नज्म ! आभार !उम्दा अभिव्यक्ति ,सुन्दर सी नज्म ! आभार !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-44415272004617588492010-05-19T07:03:17.675-07:002010-05-19T07:03:17.675-07:00खूबसूरत नज़्म ... जावेद जी की नजमें अक्सर दूसरी दु...खूबसूरत नज़्म ... जावेद जी की नजमें अक्सर दूसरी दुनिया में ले जाती हैं .... <br />आप की डायरी खुलने की प्रतीक्षा है .....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-13205724980963060952010-05-19T05:46:31.899-07:002010-05-19T05:46:31.899-07:00GOOD *GOOD *Unknownhttps://www.blogger.com/profile/11500967706252542844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-16100704164716085322010-05-19T05:18:08.688-07:002010-05-19T05:18:08.688-07:00अति सुन्दर । आभार ।अति सुन्दर । आभार ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-27148138175958170292010-05-19T03:52:57.293-07:002010-05-19T03:52:57.293-07:00मुझे है याद वो सब
जो कभी हुआ ही नहीं....
waah !मुझे है याद वो सब<br />जो कभी हुआ ही नहीं....<br /><br />waah !ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-39543045933945608812010-05-19T02:16:36.084-07:002010-05-19T02:16:36.084-07:00जावेद साहब की एक बेहद उम्दा नज़्म है यह !! बहुत बहु...जावेद साहब की एक बेहद उम्दा नज़्म है यह !! बहुत बहुत आभार बहुत सी यादे ताज़ा करवाने के लिए !!शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-91007838177236534982010-05-18T22:30:58.441-07:002010-05-18T22:30:58.441-07:00अच्छा किया आपने जो इतनी खूबसूरत नज्म पढवा दिया. उम...अच्छा किया आपने जो इतनी खूबसूरत नज्म पढवा दिया. उम्मीद है जावेद साहेब फतवों को झेल लेंगे. मुझे कोई नज्म तो नहीं जयशंकर प्रसाद कि दो पंक्तिया याद आ गयी .<br /><br />''मानस सागर के तट पर क्यों लोल लहर कि घातें, कल कल ध्वनि से है कहती कुछ विस्मृत बीती बाते.'<br />'बस गयी एक बस्ती है स्मृतियों कि इसी ह्रदय में, नक्षत्र लोक फैला है जैसे इस नील निलय में.'' काश मेरे पास भी कोई डायरी होती .ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-54692841126116695142010-05-18T22:11:01.687-07:002010-05-18T22:11:01.687-07:00इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-55282492583259033522010-05-18T21:30:25.113-07:002010-05-18T21:30:25.113-07:00नमस्कार...
नज़्म बड़ी ही सुन्दर लेकर,
तुम फिर से ...नमस्कार...<br /><br />नज़्म बड़ी ही सुन्दर लेकर,<br /><br />तुम फिर से अब आये हो...<br /><br />अभि-शची सा प्यार लिए जो...<br /><br />भाव वही फिर लाये हो...<br /><br /><br /><br />नज़्म बहुत ही सुन्दर है...<br /><br />नज़्म पर नज़्म कहने का मन हो आया है... फिर कभी सही॥<br /><br />दीपक...Deepak Shuklahttps://www.blogger.com/profile/02437731202200979518noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-31892604768757318032010-05-18T21:28:51.130-07:002010-05-18T21:28:51.130-07:00इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Deepak Shuklahttps://www.blogger.com/profile/02437731202200979518noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-21636718130769105782010-05-18T10:36:17.024-07:002010-05-18T10:36:17.024-07:00bahut sundar nazm padhwaa di ..
bhai hame bhi inte...bahut sundar nazm padhwaa di ..<br />bhai hame bhi intezaar kar rahe hain ab ..college ke sansmaran ka...<br />hamari taraf se bhi VERY GOOD with lots of STARS...<br />***************************************************************************************************************स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-28003341917176259662010-05-18T10:34:25.363-07:002010-05-18T10:34:25.363-07:00इसे बहुत पहले शायद जगजीत सिंह की आवज़ में सुना था…...इसे बहुत पहले शायद जगजीत सिंह की आवज़ में सुना था…आपने याद दिला दी…Ashok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-54209643148255166562010-05-18T10:28:32.889-07:002010-05-18T10:28:32.889-07:00जावेद अख्तर की 'वो कमरा' कविता बहुत पसंद ह...जावेद अख्तर की 'वो कमरा' कविता बहुत पसंद है मुझे। आपके पास हो तो कभी लगाएं। मेरे पास उनका संग्रह 'तरकश' अब नहीं रहा वरना मैं स्वयं लगाता।Rangnath Singhhttps://www.blogger.com/profile/01610478806395347189noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-66921751826672378032010-05-18T10:21:02.811-07:002010-05-18T10:21:02.811-07:00आपकी डायरी चोरी करनी पडेगी. अपने पास जो कुछ है भेज...आपकी डायरी चोरी करनी पडेगी. अपने पास जो कुछ है भेजे मै है. भेजा ओन अपुन ओन - भेजा डाउन अपुन डाउन.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13199219119636372821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-8775781455180146182010-05-18T10:07:16.331-07:002010-05-18T10:07:16.331-07:00@ महफूज़ सर,
Very good के साथ स्टार नहीं दिया...:)...@ महफूज़ सर,<br />Very good के साथ स्टार नहीं दिया...:)rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-33373184457218858532010-05-18T10:04:17.849-07:002010-05-18T10:04:17.849-07:00@पंकज,
हमलोग बड़े बोरिंग लोग थे...सब कुछ नोट किया ...@पंकज,<br />हमलोग बड़े बोरिंग लोग थे...सब कुछ नोट किया हुआ पढवाने लगी,ना तो एक परिंदा भी नहीं फटकेगा मेरे ब्लॉग पे...ब्लॉग बंद करवाना है क्या....हा हा हा<br />@ संगीता जी,<br />आप बच के कहाँ जाएँगी...भूत (कॉलेज के ज़माने का लिखा )...वर्त्तमान (जो रेडियो के लिए लिख रही हूँ ) भविष्य (जो लिखूंगी जरूर :) )...सब झेलना पड़ेगाrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-19277295370579845422010-05-18T09:58:36.638-07:002010-05-18T09:58:36.638-07:00सुन्दर नज़्म पढ़वाने का आभार.सुन्दर नज़्म पढ़वाने का आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-82053409735313524302010-05-18T09:11:17.433-07:002010-05-18T09:11:17.433-07:00इस सुंदर नज्म के लिये धन्यवादइस सुंदर नज्म के लिये धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-91999782559178525372010-05-18T08:34:27.179-07:002010-05-18T08:34:27.179-07:00बहुत अच्छी प्रस्तुति।बहुत अच्छी प्रस्तुति।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-3222084019051442332010-05-18T07:58:49.673-07:002010-05-18T07:58:49.673-07:00Very Good.....Very Good.....Mahfooz Alihttps://www.blogger.com/profile/03655176540994817573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-91967092433247525042010-05-18T07:27:37.812-07:002010-05-18T07:27:37.812-07:00इतनी खूबसूरत नज़्म पढवाने के लिये धन्यवाद.इतनी खूबसूरत नज़्म पढवाने के लिये धन्यवाद.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-78578586173866387892010-05-18T07:09:02.387-07:002010-05-18T07:09:02.387-07:00परिवेश चेतना पर प्रभाव डालता रहता है , लेखक
मन उस...परिवेश चेतना पर प्रभाव डालता रहता है , लेखक <br />मन उससे कट के नहीं रह सकता ! <br />यह नज़्म पढ़ते हुए मोमिन की गजल का <br />स्मृतिजन्य मीठा अहसास बार बार छूता रहा --<br />'' मुझे सब है याद ज़रा ज़रा तुम्हें याद हो कि न याद हो '' !Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.com