tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post4710441467648431945..comments2023-10-31T06:34:42.476-07:00Comments on अपनी, उनकी, सबकी बातें: सुबह की सैर के बहानेrashmi ravijahttp://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comBlogger64125tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-50706511607296607102012-10-17T00:47:27.700-07:002012-10-17T00:47:27.700-07:00likhne aur anubhav se likhne ka farkh dikhta hai k...likhne aur anubhav se likhne ka farkh dikhta hai keep it continuing,may be many people might start to experience the morning walk anubhav.good k.i.pAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/13856160831848408389noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-91229899132931175882011-10-22T09:41:54.704-07:002011-10-22T09:41:54.704-07:00लेखन और तस्वीरों, दोनों से ही मूड फ्रेश हो गया। आप...लेखन और तस्वीरों, दोनों से ही मूड फ्रेश हो गया। आपके साथ हमने भी सैर कर ली। सुबह की सैर को बेहद खूबसूरती से शब्दों में पिरोया है।रवि धवनhttps://www.blogger.com/profile/04969011339464008866noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-72918126089463747402011-10-22T08:06:26.829-07:002011-10-22T08:06:26.829-07:00बढिया लगता आपका प्रात: भ्रमण .... अब पता चला ब्लॉग...बढिया लगता आपका प्रात: भ्रमण .... अब पता चला ब्लॉग्गिंग के लिए भी अछ्हा है.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-52623505950912791872011-10-21T07:44:33.061-07:002011-10-21T07:44:33.061-07:00@गौरव
क्या कुछ साल पहले आप इतनी शरारती थीं ?:))
...@गौरव<br />क्या कुछ साल पहले आप इतनी शरारती थीं ?:)) <br /><br />बिलकुल नहीं..वो तो मेरी सहेली के उकसाने पर बस उसका साथ दिया था शरारत में.<br />मैं तो हमेशा से बिलकुल सीधी सादी थी/हूँ/रहूंगी..:):)rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-29679418645741332022011-10-21T07:14:38.913-07:002011-10-21T07:14:38.913-07:00शायद पहले भी दो बार पढ़ चूका हूँ ये पोट्स, पढ़ कर मन...शायद पहले भी दो बार पढ़ चूका हूँ ये पोट्स, पढ़ कर मन ही मन मैं भी घूम लेता हूँ <br />वैसे....... क्या कुछ साल पहले आप इतनी शरारती थीं ?:))एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-41315035674341955142011-10-20T21:28:30.946-07:002011-10-20T21:28:30.946-07:00ये मुंबई ही है न...मायानगरी में भी हरियाली भरी इतन...ये मुंबई ही है न...मायानगरी में भी हरियाली भरी इतनी शांतिपूर्ण जगह....<br /><br />रही अपनी मॉर्निंग वॉक की बात तो रोज़ वादा किया जाता है...कल से शुरू होगी...मक्खन की तरह कल कभी आता ही नहीं...जब भी देखता हूं आज ही होता है...कोई मुझे बताए ये कल कब आएगा...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-57958607187182876052011-10-20T06:01:40.988-07:002011-10-20T06:01:40.988-07:00ssubah ke walk ki tarah taro taja karne wali post....ssubah ke walk ki tarah taro taja karne wali post...<br />padh to kafi pahle liya tha comment aaj kar rhi hun :)...<br />subah subah milne wale kai aparichit chehare bhi jane pahchane ban jate hai, hia na di, aapke uncle jaise ek uncle hame bhi roj milte hai...bahut ahcchilagi aapkip post...Shubham Jainhttps://www.blogger.com/profile/11736748654627444959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-81349657878429332862011-10-19T10:53:54.231-07:002011-10-19T10:53:54.231-07:00बहुत अच्छा लिखा है रश्मि जी... हमेशा की तरह पठनीय....बहुत अच्छा लिखा है रश्मि जी... हमेशा की तरह पठनीय...शिक्षाप्रद...यादगार.शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-54385141088154206742011-10-19T10:49:42.259-07:002011-10-19T10:49:42.259-07:00@शोभना जी,
बिलकुल भी अटपटा नहीं है...कई लोगो को स...@शोभना जी,<br /><br />बिलकुल भी अटपटा नहीं है...कई लोगो को सूट नहीं करता..उन्हें जुकाम हो जाता है.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-10981198841511202152011-10-19T10:28:35.690-07:002011-10-19T10:28:35.690-07:00शायद कुछ अटपटा लगे क्योकि बहुमत है की सुबह की सैर ...शायद कुछ अटपटा लगे क्योकि बहुमत है की सुबह की सैर लाभदायक होती है स्वास्थ के लिए ,किन्तु मेरा अनुभव है की जब भी सुबह की सैर को जाती हूँ बीमार पड़ जाती हूँ |शायद सब चीज सबको सूट नहीं करती |<br />बहरहाल आपकी पोस्ट बहुत खुशनुमा है सुबह की ही तरह |शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-52696290176193369702011-10-19T09:28:06.546-07:002011-10-19T09:28:06.546-07:00@हा..हा.. ज़हेनसीब पाबला जी ज़हेनसीब !!@हा..हा.. ज़हेनसीब पाबला जी ज़हेनसीब !!rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-81422837914795097002011-10-19T08:21:30.772-07:002011-10-19T08:21:30.772-07:00हमें तो हमारा मैक टहला कर ले आता है अंधेरा छटने स...हमें तो हमारा मैक टहला कर ले आता है अंधेरा छटने से पहले<br /><br />आप कहती हैं दिमाग का दही बन गया है<br />इधर अजित गुप्ता जी कह रहीं<br />जुबान पर दही जम जाता है<br />बर्तनों से निकल कर दही इधर किधर आ गया :-)<br /><br />पार्क में सुमधुर संगीत<br />वाह! क्या बात है<br /><br />दूसरे पक्षियों की आवाज़ मैं पहचानती ही नही<br />अरे! इत्ता भी नादाँ ना बनिए<br /><br />हमारे यहाँ तो अजनबियों को देख कर मुस्कुराते भी नहीं<br />हम भी नहीं मुस्कुराते. कौन बाद में जूते खाए :-)<br /><br />मेजर अंकल का जिक्र पोस्ट में नहीं आया?<br />आया लेकिन फोटो नहीं आई :-(<br /><br />मुंबई में तो आम लोग भी नहीं घूरते<br />चलिए फिर, हम ख़ास लोगों को छूट मिली :-)<br /><br />बिलकुल फ्रेश दिखती महिलाएँ हमें देख उदास हो जाती होंगी<br />दिखती और लगती में फर्क तो होता है जी :-)<br /><br />टहनियों से पैकेट की तरह लटकते चित्र, उलटे टंगे चमगादड़ों के<br />मुम्बई में चमगादड़! हमने तो बचपन में देखे थे अपने शहर में, अब नहीं दिखते<br /><br /><i>(ये थी आपके ब्लॉग पर आज तक की हमारी सबसे बड़ी टिप्पणी)</i>BS Pablahttps://www.blogger.com/profile/06546381666745324207noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-13139220681418280882011-10-19T05:14:58.296-07:002011-10-19T05:14:58.296-07:00वाह ... फोटो तो कमाल के हैं सरे ... अनेक रंगों को ...वाह ... फोटो तो कमाल के हैं सरे ... अनेक रंगों को समेत है आपने इन चित्रों और प्रात भ्रमण में ..<br />अलग अलग शेड बुन दिए हैं ... <br />वैसे पता नहीं क्यों मैं कभी उठ नहीं पाया सुबह सुबह ... शायद सूर्यवंशी हूँ ... सूर्य आने के बाद ही जाग पाता हूँ ... पर आपकी पोस्ट पढ़ के लग रहा है कितना कुछ मिस भी कर रहा हूँ ... ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-11188898374997809802011-10-19T05:11:00.813-07:002011-10-19T05:11:00.813-07:00:)
भ्रमण स्पेशल
:)):)<br />भ्रमण स्पेशल <br />:))Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-16417442831626725962011-10-19T02:09:08.549-07:002011-10-19T02:09:08.549-07:00पोस्ट पढकर मजा आ गया ...... मूड रिफ्रेश हो गया आज...पोस्ट पढकर मजा आ गया ...... मूड रिफ्रेश हो गया आज तो....संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-75101295596233200662011-10-18T17:00:00.062-07:002011-10-18T17:00:00.062-07:00बहुत ही सुन्दर पोस्ट प्रकृति के मनोहारी चित्रों क...बहुत ही सुन्दर पोस्ट प्रकृति के मनोहारी चित्रों के साथ |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-24348792981608991812011-10-18T11:02:07.907-07:002011-10-18T11:02:07.907-07:00बहुत ही मज़ेदार पोस्ट है ,,
आप का लेखन तो रुचिकर ह...बहुत ही मज़ेदार पोस्ट है ,,<br />आप का लेखन तो रुचिकर होता ही है ख़ूबसूरत तस्वीरों ने इसे और ख़ूबसूरत बना दिया हैइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-84666588425805623092011-10-18T10:58:52.560-07:002011-10-18T10:58:52.560-07:00आपका पास पड़ोस काफी हरा भरा है... वृत्तांत जीवंत ...आपका पास पड़ोस काफी हरा भरा है... वृत्तांत जीवंत है। आभारमसिजीवीhttps://www.blogger.com/profile/07021246043298418662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-10863404979414281722011-10-18T03:28:58.645-07:002011-10-18T03:28:58.645-07:00लेख तो हमेशा की तरह मज़ेदार...रोचक...दिलचस्प...दिम...लेख तो हमेशा की तरह मज़ेदार...रोचक...दिलचस्प...दिमाग का दही नहीं बना बल्कि सफेद स्वादिष्ट मक्खन बन गया...वैसे एक ख्याल आया कि दिमाग का दही ही क्यों बनता है...मक्खन क्यों नहीं बन सकता....!!!मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-70851096224948822952011-10-18T00:55:34.562-07:002011-10-18T00:55:34.562-07:00आपकी पोस्ट पढकर मजा आ जाता है, मेरा भी आज सुबह से ...आपकी पोस्ट पढकर मजा आ जाता है, मेरा भी आज सुबह से डल था पर आपकी पोस्ट पढ़कर एकदम रिफ्रेश हो गई.नीलिमा सुखीजा अरोड़ाhttps://www.blogger.com/profile/14754898614595529685noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-9629115954688040602011-10-18T00:54:44.349-07:002011-10-18T00:54:44.349-07:00मॉर्निंग वाक् में अंकल , नहीं नहीं पप्पा बहुत अच्छ...मॉर्निंग वाक् में अंकल , नहीं नहीं पप्पा बहुत अच्छे लगे .... अपनत्व भारी उनकी डांट बहुत अच्छी लगीरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-16663410454189944412011-10-18T00:54:43.390-07:002011-10-18T00:54:43.390-07:00सीरियसली, रश्मिजी हमारे जैसी वर्किंग वूमन सुबह सुब...सीरियसली, रश्मिजी हमारे जैसी वर्किंग वूमन सुबह सुबह घूमकर आने वालों को देखकर हर रोज सोचते हैं कि हम भी कल से वाक करेंगे लेकिन जब अगले दिन आंख खुलती है तब तक सुबह से कई घंटे ऊपर हो चुके होते हैं :-)<br /><br />लकी यू :-))))नीलिमा सुखीजा अरोड़ाhttps://www.blogger.com/profile/14754898614595529685noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-42350779697910849062011-10-18T00:45:57.863-07:002011-10-18T00:45:57.863-07:00सुबह की सैर आनंददायक और लाभदायक होती है।सुबह की सैर आनंददायक और लाभदायक होती है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-11006103321952483942011-10-17T18:35:13.828-07:002011-10-17T18:35:13.828-07:00अब अगर राजी की बहन का नाम खुशी ना भी हो तो खुशदिल ...अब अगर राजी की बहन का नाम खुशी ना भी हो तो खुशदिल रश्मि भी खुशी कही जा सकती हैं :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-16199440679220013722011-10-17T11:44:24.048-07:002011-10-17T11:44:24.048-07:00एकदम रेफ्रेशिंग पोस्ट ! मज़ा आ गया पढ़ कर ! इन दिनों...एकदम रेफ्रेशिंग पोस्ट ! मज़ा आ गया पढ़ कर ! इन दिनों व्यस्तता के कारण इतनी थकान है कि ऐसी पोस्ट की बहुत ज़रूरत थी ! बढ़िया आलेख !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.com