tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post1795930132369867420..comments2023-10-31T06:34:42.476-07:00Comments on अपनी, उनकी, सबकी बातें: अब प्रस्तुत है मेरे और अरशद अली के कुछ शरारती कारनामेrashmi ravijahttp://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comBlogger29125tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-21933404509072475562011-04-30T23:44:35.947-07:002011-04-30T23:44:35.947-07:00Thanks didi,aapne meri aur apni yaadon ko logon ke...Thanks didi,aapne meri aur apni yaadon ko logon ke bich rakha...<br />mai thode der se aaya...bloging se thod kata rahta hun magar judaw hamesha mahsus hoti hai..Arshad Alihttps://www.blogger.com/profile/00741578153298460528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-61617650841861539212011-04-21T08:40:43.212-07:002011-04-21T08:40:43.212-07:00अच्छे है आपके विचार, ओरो के ब्लॉग को follow करके...अच्छे है आपके विचार, ओरो के ब्लॉग को follow करके या कमेन्ट देकर उनका होसला बढाए ....hamarivanihttps://www.blogger.com/profile/13556207298223545364noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-78817441867707178502011-04-17T08:07:01.586-07:002011-04-17T08:07:01.586-07:00अजितजी से मै बिलकुल सहमत हूँ |
सीधे सादे गम्भीर बन...अजितजी से मै बिलकुल सहमत हूँ |<br />सीधे सादे गम्भीर बनके भी तो रहा करिए 1st अप्रैल को ? हमारे जैसे |शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-46297235311647554102011-04-16T05:03:59.412-07:002011-04-16T05:03:59.412-07:00{अब मौके का फायदा उठा कर बता ही दूँ कि हमेशा क्ला...{अब मौके का फायदा उठा कर बता ही दूँ कि हमेशा क्लास में फर्स्ट आती थी....दो बार स्कॉलरशिप भी मिली :)} --अच्छा???? हा हा हा!!<br /><br />मुझे इंतज़ार था ही आपके इस पोस्ट का...अब तक की सबसे अच्छी शरारतें हैं आपके पोस्ट में...<br />और आप बेंच पे चढ़ के चिल्लाती थी?? :) क्या दीदी..:)abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-73074856350492794422011-04-16T04:59:03.826-07:002011-04-16T04:59:03.826-07:00वो किस्सा मस्त लगा..बाल तो गोंद से सर पे साटने का ...वो किस्सा मस्त लगा..बाल तो गोंद से सर पे साटने का अथक प्रयास :) हा हा ..abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-50042410972890077712011-04-16T03:51:19.301-07:002011-04-16T03:51:19.301-07:00कहा जाता है, आदमी तीन जगह हमेशा बेवकूफ साबित होता ...कहा जाता है, आदमी तीन जगह हमेशा बेवकूफ साबित होता है- पत्नी के सामने, बच्चे के सामने और आइने के सामने.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-75658084249064994412011-04-16T02:44:43.512-07:002011-04-16T02:44:43.512-07:00bahut accha lga aapke शरारती कारनामे"bahut accha lga aapke शरारती कारनामे"Minakshi Panthttps://www.blogger.com/profile/07088702730002373736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-65778954591528977012011-04-15T03:27:26.611-07:002011-04-15T03:27:26.611-07:00्बहुत शरारती हो……………अरशद जी की कारस्तानियां भी मन ...्बहुत शरारती हो……………अरशद जी की कारस्तानियां भी मन को भा गयीं।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-13445974574180321452011-04-15T01:17:54.048-07:002011-04-15T01:17:54.048-07:00लालच बुरी बाला है , अच्छा हुआ अरशद जी ने बचपन में ...लालच बुरी बाला है , अच्छा हुआ अरशद जी ने बचपन में ही सीख लिया ...:)<br />तुम्हारी शैतानी का तो क्या जवाब है ...पता नहीं लोग इतनी शरारतें कैसे कर लेते हैं :):)वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-10810090052121596012011-04-14T21:05:53.522-07:002011-04-14T21:05:53.522-07:00मेरा वोट मुक्ति को देना चाहता हूं पर उसमें से '...मेरा वोट मुक्ति को देना चाहता हूं पर उसमें से 'दी' हटाकर और दुष्ट कहीं की जोड़ कर :)<br /><br />बाकी सब शब्दशः वही :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-69139730792416171172011-04-14T12:16:55.686-07:002011-04-14T12:16:55.686-07:00एक मुस्कराहट फ़ैल गई चेहरे पर!! आनंद की अनुभूति!!एक मुस्कराहट फ़ैल गई चेहरे पर!! आनंद की अनुभूति!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-1075945966582552842011-04-14T08:34:36.371-07:002011-04-14T08:34:36.371-07:00रोचक किस्से....शरारत करने का जब भी मौका मिले..छोड़...रोचक किस्से....शरारत करने का जब भी मौका मिले..छोड़ना नहीं चाहिए... :)मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-74803155532086731942011-04-14T01:20:04.781-07:002011-04-14T01:20:04.781-07:00@मुक्ति
नॉट फेयर यार....इस बार प्रोफाइल में कितनी ...@मुक्ति<br />नॉट फेयर यार....इस बार प्रोफाइल में कितनी शांत-गंभीर सी फोटो लगाई है.....पर पता नहीं क्यूँ मुझे अच्छी नहीं लग रही है....सोच रही थी चेंज कर दूँ...पर अब नहीं करुँगी...:)rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-48843381569890825762011-04-14T00:51:08.168-07:002011-04-14T00:51:08.168-07:00दी, आप तो शक्ल से ही एक नंबर की शैतान लगती हो. आपक...दी, आप तो शक्ल से ही एक नंबर की शैतान लगती हो. आपके किस्से मजेदार थे और अरशद जी के भी. भई वाह, मज़ा आ गया.muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-18412678148426891022011-04-13T20:38:54.742-07:002011-04-13T20:38:54.742-07:00लो जी हमने तो वो पंक्तियां भी पढ़ ली जो हमें नहीं ...लो जी हमने तो वो पंक्तियां भी पढ़ ली जो हमें नहीं पढ़नी चाहिए थी। चलो सच का पता तो चला कि आपका पति जाति के बारे में क्या ख्याल है।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-53062097936278807132011-04-13T20:02:33.675-07:002011-04-13T20:02:33.675-07:00आप लोग इतने शैतान क्यों हैं? हम जैसे सीधे-सादे क्...आप लोग इतने शैतान क्यों हैं? हम जैसे सीधे-सादे क्यों नहीं है? इतनी शैतानी अच्छी बात नहीं है।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-7578799274992559472011-04-13T12:21:17.386-07:002011-04-13T12:21:17.386-07:00बहुत मजेदार.... :)बहुत मजेदार.... :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-36798844802120892922011-04-13T11:51:44.110-07:002011-04-13T11:51:44.110-07:00मस्त, मस्त, मस्त, मस्त पोस्ट है।
सही में बहुत अच्...मस्त, मस्त, मस्त, मस्त पोस्ट है। <br />सही में बहुत अच्छा अंत किया पोस्ट का।<br />वैसे बहुत सारे किस्से कॉपी करके रखने वाले हैं। बाद में आजमाए जा सकते हैं।रवि धवनhttps://www.blogger.com/profile/04969011339464008866noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-21576059906843954132011-04-13T11:25:22.853-07:002011-04-13T11:25:22.853-07:00शरारतें और मसखरी तो साल भर चलनी चाहिए। यही तो जीवन...शरारतें और मसखरी तो साल भर चलनी चाहिए। यही तो जीवन के कड़वे, कसैले अनुभवों में मिठास भरती हैं।<br />आपका यह प्रयास वंदनीय है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-78813331617651906562011-04-13T10:18:59.505-07:002011-04-13T10:18:59.505-07:00क्या बात है..क्या बात है!! "मज़ी" आ गई आ...क्या बात है..क्या बात है!! "मज़ी" आ गई आपके और अरशद जी के कारनामे पढ के. कुछ ऐसा ही मिट्टी वाला मामला मैने भी किया था ज्योति सिंह(काव्यांजलि), जो मेरी पड़ोसन, और करीबी दोस्त भी हैं, को सपरिवार मिट्टी की टॉफ़ियां खिला के.मिट्टी की टॉफ़ियां बनाईं, उन्हें एक्लेयर के रैपर में रैप किया, ज्योति और बच्चों को दीं, और बातों में कुछ इस तरह लगाया कि जब तक वे टॉफ़ी खोलें, उसे मुंह में रखें, तब तक उनका ध्यान बंटा रहे :) पूरा घर थू-थू करने लगा :), तब उन्हें याद आया कि उस दिन एक अप्रैल था.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-11771600086278326972011-04-13T10:14:22.577-07:002011-04-13T10:14:22.577-07:00यही शरारतें याद आती हैं, बड़े होकर।यही शरारतें याद आती हैं, बड़े होकर।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-76801259952839500972011-04-13T09:47:08.180-07:002011-04-13T09:47:08.180-07:00रश्मि जी आप जिसे शरारत कह रही हैं वह मुझे दिलचस्प ...रश्मि जी आप जिसे शरारत कह रही हैं वह मुझे दिलचस्प और रोचक संस्मरण लगा आपको ढेरों बधाईयाँ और शुभकामनाएं |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-59856566781618613342011-04-13T09:40:28.190-07:002011-04-13T09:40:28.190-07:00:) मजेदार.
और जो पढने में तेज होने का बहाना बना ...:) मजेदार. <br /><br />और जो पढने में तेज होने का बहाना बना रहे हैं वो तो पक्के से झूठ ही बोल रहे हैं. बात ऐसी है कि... छोडिये अब क्या अपनी बड़ाई बार-बार की जाय :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-16223413024878404152011-04-13T09:25:40.620-07:002011-04-13T09:25:40.620-07:00रोचक एवं मजेदार ! अच्छा लगा पढ़कर।रोचक एवं मजेदार ! अच्छा लगा पढ़कर।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-39841914547594892992011-04-13T08:07:17.429-07:002011-04-13T08:07:17.429-07:00@अरविन्द जी,
दरअसल बहुत याद किया...मुझे भी लग रहा ...@अरविन्द जी,<br />दरअसल बहुत याद किया...मुझे भी लग रहा था...तभी पोस्ट बैलेंस्ड होगी...पर कुछ ख़ास घटा ही नहीं...अब पता नहीं मैं ज्यादा सतर्क रहती हूँ...या बाकी लोग इतनी कोशिश नहीं करते :)<br /><br />एक रोचक अनुभव था, जहां मैं बेवकूफ बनी.... होली के मौके पर वंदना दुबे द्वारा आयोजित परिचर्चा में वंदना के "अपनी बात" ब्लॉग पर लिख चुकी हूँ.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.com