tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post159411676473237234..comments2023-10-31T06:34:42.476-07:00Comments on अपनी, उनकी, सबकी बातें: एसिड अटैक : मानव का क्रूरतम रूप rashmi ravijahttp://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comBlogger45125tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-54677582357048151452013-03-13T02:19:52.582-07:002013-03-13T02:19:52.582-07:00यह प्रतिशोध और परपीड़ा की पराकाष्ठा है।यह प्रतिशोध और परपीड़ा की पराकाष्ठा है।जीवन और जगत https://www.blogger.com/profile/05033157360221509496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-65770651658800995172013-03-11T02:58:25.440-07:002013-03-11T02:58:25.440-07:00स्त्री के खिलाफ इस तरह के अमानवीय अपराधों के लिये ...स्त्री के खिलाफ इस तरह के अमानवीय अपराधों के लिये उतना ही सख्त कानून हो जो कि इस तरह की हिंसा के लिये कठोरतम सज़ा का प्रावधान करे उसे भी इसी प्रक्रिया से गुज़ार कर। यह पुरुष की कुत्सित मानसिकता के साथ उसका न्यूनगंड है जो उसे एैसे कामों के लिये उकसाता है । तेजाब इतनी आसानी से मिल जाता है यह भी एक कारण है । Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-48012450541890086842013-03-09T22:11:57.558-08:002013-03-09T22:11:57.558-08:00पता नहीं इ समाज और समाज के ठेकेदार क्या चाहते है...पता नहीं इ समाज और समाज के ठेकेदार क्या चाहते है जिस से उनका वजूद है उसी को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ ! सादर <br />आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में <br /><a href="http://dineshpareek19.blogspot.in/2013/03/blog-post_10.html" rel="nofollow"><b>अर्ज सुनिये</b></a><br />कृपया मेरे ब्लॉग का भी अनुसरण करे Dinesh pareekhttps://www.blogger.com/profile/00921803810659123076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-78076489333005739162013-03-08T21:07:07.742-08:002013-03-08T21:07:07.742-08:00 आपका ब्लाग बहुत अच्छा लगा। इसमें केवल अपने मन की ... आपका ब्लाग बहुत अच्छा लगा। इसमें केवल अपने मन की उलझन नहीं है अपितु पूरी समाज की चिंता है। यह चिंता समाज में तब्दीली भी लाएगी, ऐसी आशा है।sourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-86847491201205071862013-03-08T02:58:20.993-08:002013-03-08T02:58:20.993-08:00बदला लेने की भावना इतनी हावी हो जाती है क्रूरतम अप...बदला लेने की भावना इतनी हावी हो जाती है क्रूरतम अपराध कर बैठते है और उनके साथ ही उनके घरवाले भी अपराधी की श्रेणी में ही आवेंगे जो उन्हें बचाकर विकृत समाज का निर्माण कर रहे है ।इतनी सरलता से मिलने वाला तेजाब यूँ कहर लाता है उसकी बिक्री ,उसकी उपादेयता , पर भी कानून और पाबंदी होना चाहिए ।<br />आज के दिन इन्ही सभी पीड़ित लडकियों ,महिलाओ की पीड़ा में मन से शामिल हूँ ।<br />शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-51488246713513975732013-03-07T10:47:21.981-08:002013-03-07T10:47:21.981-08:00अच्छा लेख। आपके लेख को मैने http://www.mediavichar...अच्छा लेख। आपके लेख को मैने http://www.mediavichar.com/ पर प्रकाशित किया है आभार।<br /><br />http://www.mediavichar.com/2319236023672337-2309233523762325--2350236623442357-23252366-2325238123522370235223402350-235223702346.htmlWAY4SUCCESShttps://www.blogger.com/profile/14217459397387734595noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-4137192591229916002013-03-06T00:58:06.987-08:002013-03-06T00:58:06.987-08:00आज ही पढ़ पाया इसे.आज ही पढ़ पाया इसे.PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-80403388899184200822013-03-05T19:17:33.314-08:002013-03-05T19:17:33.314-08:00पोस्ट लिखने के लिए शोध नहीं करती, अराधना
इन सब वि...पोस्ट लिखने के लिए शोध नहीं करती, अराधना <br />इन सब विषयों पर पढने का मन होता है और जब ढेर सारा पढ़ लेती हूँ तो फिर उसे बांटने की भी इच्छा होती है. <br />काफी पहले ही उस पाकिस्तानी ब्यूटीशियन के विषय में पढ़ा था , तभी जिज्ञासा हुई और इस विषय पर काफी कुछ पढ़ा rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-31507731900475529982013-03-05T14:41:15.095-08:002013-03-05T14:41:15.095-08:00सबसे बुरी बात यही है दी कि एसिड अटैक के लिए कोई कड...सबसे बुरी बात यही है दी कि एसिड अटैक के लिए कोई कड़ा कानून नहीं है. आपकी पोस्ट से बहुत सी नयी जानकारियाँ मिलती हैं...कितना शोध करती हैं आप एक पोस्ट लिखने के लिए!muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-82852268711537782242013-03-05T08:16:46.589-08:002013-03-05T08:16:46.589-08:00बहुत कुछ सोंचने पर विवश करती सटीक सामयिक अभिव्यक्त...बहुत कुछ सोंचने पर विवश करती सटीक सामयिक अभिव्यक्ति...<br />प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-50821106212643676882013-03-05T05:41:55.749-08:002013-03-05T05:41:55.749-08:00स्त्री का शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से सबसे ज्...स्त्री का शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से सबसे ज्यादा उत्पीडन इस एसिड अटैक के माध्यम से ही होता जिससे वह जीवन भर के लिये आपहिज जीवन जीने को विवश हो जाती है. इस तरह की घटनाएँ बहुत दुखद हैं. इस अपराध के अपराधिओं पर कडी से कडी सजा का प्राविधान होना चाहिये. इसे अटेम्प्ट तो मर्डर केस के समतुल्य ही गिना जाना चाहिये. रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-83751607215646251012013-03-05T00:45:15.903-08:002013-03-05T00:45:15.903-08:00अपराध ओर उससे जुडी समस्याओं में नतीज़ा स्त्री को ह...अपराध ओर उससे जुडी समस्याओं में नतीज़ा स्त्री को ही भोगना पढता है ... उसके किसी भी कसूर के बिना ... समाज की ये दशा चिंतनीय तो है ही ... इससे ज्यादा चिंतनीय दशा तो ये है की सरकार भी कोई कडा कदम नहीं उठाती ओर न ही इस विषय को सोचना चाहती है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-61154112456181169102013-03-04T22:50:49.830-08:002013-03-04T22:50:49.830-08:00यही समझ में नहीं आता एक तरफ तो हम सभ्यता का जामा प...यही समझ में नहीं आता एक तरफ तो हम सभ्यता का जामा पहने 'आँख के बदले आँख' का विरोध करते हैं और हमारे समाज में ही ऐसी अमानुषिकता बरकरार है. <br />तेज़ाब से नहलाना तो दूर, ये अपराधी तो बस चंद महीने जेल में बिताकर आज़ाद घुमते है .<br />एक अपराधी को भी कठोर सजा मिले तो दूसरों को सबक मिले. <br />पर यहाँ तो जैसे प्रोत्साहित ही किया जा रहा है. ऐसा जघन्य कृत्य कर के भी वह आजाद घूम रहा है, आप भी करो <br />बहुत ही disgusting है सब rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-52854611116121340572013-03-04T22:45:29.871-08:002013-03-04T22:45:29.871-08:00बहुत सही सवाल उठाया
हम अपने भाई- बंधू , परिवार स...बहुत सही सवाल उठाया <br />हम अपने भाई- बंधू , परिवार से ऊपर उठ कर क्यूँ नहीं देख पाते ??<br />यह जानते हुए भी कि उसने ऐसा घृणित कर्म किया है, परिवार वाले उसे बचाने में लगे होते हैं . उन्हें उस पीड़ित का चेहरा दिखाई नहीं देता जो कल फूल सा कोमल था और आज एक खुरदरी चट्टान में तब्दील हो गया .<br />समाज भी उन्हें अपना लेता है. लडकियां भी उनसे शादी करने को तैयार हो जाती हैं, यह जानते हुए भी कि उसने एक लड़की का ऐसा हश्र किया है. <br />कब हम परिवार से ऊपर उठ कर एक समाज के रूप में सोचेंगे, पता नहीं rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-79520326811292491442013-03-04T22:40:17.776-08:002013-03-04T22:40:17.776-08:00हाँ, दखद तो है ही और हमारे सभ्य कहलाने वाले देश के...हाँ, दखद तो है ही और हमारे सभ्य कहलाने वाले देश के लिए शर्म से डूब मरने वाली बात है. rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-87077159621455681652013-03-04T22:39:06.478-08:002013-03-04T22:39:06.478-08:00इस से निबटना बहुत जरूरी है इस से निबटना बहुत जरूरी है rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-15877177648357280722013-03-04T22:38:27.830-08:002013-03-04T22:38:27.830-08:00सांत्वना देने आते हैं या फोटू खिंचवाने ??सांत्वना देने आते हैं या फोटू खिंचवाने ??rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-69086550489474994312013-03-04T22:37:54.197-08:002013-03-04T22:37:54.197-08:00सरकार को पीड़ित के इलाज का पूरा खर्च, उसके पुनर्वा...सरकार को पीड़ित के इलाज का पूरा खर्च, उसके पुनर्वास की व्यवस्था करनी ही चाहिये. <br />और कोशिश करनी चाहिए की जहाँ तक हो सके वो एक सामान्य जीवन व्यतीत कर सके, क्यूंकि उसे सुरक्षित माहौल नहीं मुहैय्या कराया गया, यह पूरा सरकार का ही दोष है. <br />अपराधियों को भी ऐसी सजा मिले कि ऐसा अपराध करने की सोचते ही उनकी रूह काँप जाये. पर हम सब जानते हैं, यह सब हमारी कोरी कल्पनाएँ हैं, सरकार को विदशी दौरे, मीटिंग करने, घोटाले करने से फुर्सत ही नहीं मिलने वाली. rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-75491561087666281902013-03-04T22:29:34.920-08:002013-03-04T22:29:34.920-08:00सही कहा ,आपने सही कहा ,आपने rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-29542251008258186822013-03-04T22:27:13.451-08:002013-03-04T22:27:13.451-08:00सही कह रही हैं, कविता जी सही कह रही हैं, कविता जी rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-30268663639445731452013-03-04T22:20:57.754-08:002013-03-04T22:20:57.754-08:00सही कह रही हैं,अजित जी,
बचपन से शायद ऐसे पुरुषों क...सही कह रही हैं,अजित जी,<br />बचपन से शायद ऐसे पुरुषों के मन में यह भावना भर दी जाती है कि वे जिस चीज़ पर हाथ रख दें,वह उनकी हो जायेगी और इसीलिए ये रिजेक्शन झेल नहीं पाते. सब पालन-पोषण का ही दोष है. बचपन से ही उन्हें समानता का पाठ पढ़ाना जरूरी है. rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-43705788597858083092013-03-04T22:14:28.495-08:002013-03-04T22:14:28.495-08:00उसकी ज़िन्दगी ही रुक सी जाती है.
सरकार को परवाह ह...उसकी ज़िन्दगी ही रुक सी जाती है. <br />सरकार को परवाह ही क्या है, उसे अपनी गोटियाँ बिठाने, अपने सात पुश्त का इंतजाम करने की फ़िक्र है, बस .rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-4237066113726914592013-03-04T22:11:28.585-08:002013-03-04T22:11:28.585-08:00मैंने भी जब इन देशों के नाम पढ़े तो यही ख्याल आया ...मैंने भी जब इन देशों के नाम पढ़े तो यही ख्याल आया कि चाहे हम पश्चिम की जितनी आलोचना कर लें, पर हम में अब भी बर्बरता शेष है, हम पूरी तरह से सभ्य नहीं हो पाए है . <br />आपका कहना सही है,यह 'प्यार' तो बिलकुल नहीं है. सिर्फ अहम है कि 'मुझे इनकार करने की हिम्मत कैसे हुई ?? '<br />मानसिक विक्षिप्तता की निशानी है यह. rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-85537060139738947072013-03-04T22:03:51.547-08:002013-03-04T22:03:51.547-08:00नागरिकों को एक सुरक्षित वातावरण देना ,सरकार का कर्...नागरिकों को एक सुरक्षित वातावरण देना ,सरकार का कर्तव्य है. सरकार बनायी ही इसलिए जाती है कि सबकुछ व्यवस्थित रूप से चले, पर अगर सरकार इसमें असफल होती है तो फिर उसे पीड़ितों की हर तरह से पूरी सहायता करनी ही चाहिए rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-82679712006397842642013-03-04T21:59:31.346-08:002013-03-04T21:59:31.346-08:00यही तो समझ नहीं आता, आखिर सरकार कब अपना कर्तव्य सम...यही तो समझ नहीं आता, आखिर सरकार कब अपना कर्तव्य समझेगी .rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.com