tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post1262908457652864585..comments2023-10-31T06:34:42.476-07:00Comments on अपनी, उनकी, सबकी बातें: सपनो के शहर मुंबई में सच होता एक सपनाrashmi ravijahttp://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comBlogger37125tag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-39937024065104733722010-04-05T18:17:51.109-07:002010-04-05T18:17:51.109-07:00देवा की लगन को सलाम, शुक्रिया आपका की हमें उनके बा...देवा की लगन को सलाम, शुक्रिया आपका की हमें उनके बारे में जानने को मिला.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-18476080889896176782010-03-25T22:21:15.989-07:002010-03-25T22:21:15.989-07:00कुछ ऐसे पोस्ट ढूंड कर पढता हूँ मैं.
सार्थक ब्लोगर...कुछ ऐसे पोस्ट ढूंड कर पढता हूँ मैं.<br /><br />सार्थक ब्लोगरी यही है... ब्लोगरी वह मंच हैं जहाँ मौलिक और सहज प्रस्तुति को सभी सम्मान देते हैं.<br />लक्ष्य ऊँचा हो और लगन ईमानदारी हो तो कुछ बेहतर जरुर मिलता है.<br /><br />मुझे आश्चर्य होता है जब अधिकाँश लोग ऐसा बोलते हैं " आज भी ऐसे अच्छे लोग हैं दुनिया में.." असल में लोग डरे हुए हैं और हिम्मत नहीं दिखाते हैं....<br /><br />मैं आज से पांच-छ साल पहले अपने छोटे से शहर में किराये पर P.C.O लेकर पहली कमाई(मासिक हज़ार के आस पास) शुरू की. साथ ही कम्प्यूटर सिखा फिर पड़ोस के शहर में कम्प्यूटर टीचर बना. तकनिकी शिक्षा की अदम्य इच्छा ने दिल्ली भेज दिया. आज वेब डेवलपमेंट से जुड़ा हूँ. कंपनी खोलने के लिए संघर्ष जारी है. भविष्य में अपने शहर में इंजीनियरिंग कालिज खोलने का भी सपना है. विपरीत परिस्थिति में भी लेखन के शौक को कभी मरने नहीं दिया सो ब्लागिंग भी जारी है.<br /><br />बहरहाल मैं देख रहा हूँ, आप नियमित अच्छे तरीके से ब्लोगरी कर रही हैं. ऐसे ही जनजागरण करते रहिये. शुक्रिया !!Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-87919704099523872192010-03-23T00:54:06.578-07:002010-03-23T00:54:06.578-07:00abhi bhi is tarh ke log hai is duniya me
tabhi to...abhi bhi is tarh ke log hai is duniya me <br />tabhi to hu m ji paa rahe hai <br />saadar <br />praveen pthik <br />9971969084प्रवीण शुक्ल (प्रार्थी)https://www.blogger.com/profile/01003828983693551057noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-599709037200223232010-03-22T05:26:46.853-07:002010-03-22T05:26:46.853-07:00रश्मि जी तस्वीर पहले दिखाई नहीं दी थी ......बड़ा भ...रश्मि जी तस्वीर पहले दिखाई नहीं दी थी ......बड़ा भोला सा प्यारा सा लड़का है ......सच्चाई के साथ हमेशा भगवान होता है ......ऐसे लोगों को पाप धोने के लिए पूजा पाठ की जरुरत नहीं होती .....मन सच्चा तो कठौती में गंगा .....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-29187615846613388182010-03-21T00:37:47.140-07:002010-03-21T00:37:47.140-07:00rashmiji
aise imandar logo se prichy krvane ka ba...rashmiji <br />aise imandar logo se prichy krvane ka bahut bahut dhnywad .vaise mumbai ko logo ne yu hi bdnam <br />kar rkha hai,par imandari aur mehnt jitna vahn ke logo me hai kahi nahi ?शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-29318694311657216992010-03-20T08:48:29.083-07:002010-03-20T08:48:29.083-07:00Sach kaha di, mehnat aur Imaandari ke alawa safalt...Sach kaha di, mehnat aur Imaandari ke alawa safalta pane ka koi aur vikalp nahin. prenadayak lekh ke liye shukriya.. :)दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-56829348406073274502010-03-20T04:52:04.593-07:002010-03-20T04:52:04.593-07:00देर से आने के लिये कोई सज़ा.......अगर तय हो, तो दे...देर से आने के लिये कोई सज़ा.......अगर तय हो, तो दे ही दो, अब माफ़ी मांगने का मुंह भी नहीं रहा.<br />रश्मि जी, बहुत ही प्रेरक संस्मरण. ऐसे जीवट और नैतिक मूल्यों को सम्हाले रखने वाले लोग ही अपना और दूसरों का भविष्य संवार पाते हैं.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-1480660562792872542010-03-19T23:49:23.440-07:002010-03-19T23:49:23.440-07:00aaj bhi imaandari khatm nhi huyi hai tabhi to is p...aaj bhi imaandari khatm nhi huyi hai tabhi to is prathvi ka astitva hai jab sansaar se imandari ,dharm ka abhav ho jayega na tab ye prithvi bhi nhi bachegi.........aur aaj inhi logon ki badolat kafi log unhein dekhkar sikhte hain aur aage badhte hain.........bahut hi sundar aur prernadayi lekh likha hai.vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-62583084604643463492010-03-19T23:44:25.394-07:002010-03-19T23:44:25.394-07:00हा हा शरद जी, आपको ऐसा क्यूँ लगा, मैं यह टिप्पणी प...हा हा शरद जी, आपको ऐसा क्यूँ लगा, मैं यह टिप्पणी प्रकाशित नहीं करुँगी??..आलोचना का खुले दिल से स्वागत है. यही हमारे लेखन को परिष्कृत कर निखार लाता है. आप मेरी कहानियाँ तो पढ़ते नहीं. सारी मेहनत मैं वहाँ लगा देती हूँ.वहाँ शायद मेरी लेखन शैली (अच्छी ,बुरी या साधारण ) नज़र आएगी.<br />इस ब्लॉग की पोस्ट्स मैं बड़ी जल्दी में लिख डालती हूँ,कई बार दुबारा पढने का वक़्त भी नहीं रहता. और यह आपकी पैनी नज़र से छुप नहीं सका. शुक्रिया, आगे से जरूर ख्याल रखूंगी और थोड़ा वक़्त यहाँ के लेखों को भी दूंगी.विडंबना यह भी है कि इसी ब्लॉग को ही ज्यादा लोग पढ़ते हैं. :(rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-53412265874868237362010-03-19T19:08:41.862-07:002010-03-19T19:08:41.862-07:00aapaka yah blog bhi apani uuchaiyo tak pahuche, ya...aapaka yah blog bhi apani uuchaiyo tak pahuche, yahi shubh kamana hai vaisebhagya aur purushharth dono hi saath saath chalte hain leki n kabhi kabhi ishwar bhidono ki pareechha leata hai khaikismat dhokha deti hai to kabhi karm .aur kabhi dono hi har jeet me badalate rahate hai.<br /> poonamपूनम श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09864127183201263925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-63143511317495564682010-03-19T18:35:29.339-07:002010-03-19T18:35:29.339-07:00तरक्की करना वो भी ईमानदारी के साथ...बहुत बड़ी बात ...तरक्की करना वो भी ईमानदारी के साथ...बहुत बड़ी बात है...<br /><br />मुझे इस कहानी में अमिताभ की दीवार जैसा ही सशक्त प्लॉट नज़र आ रहा है...स्क्रीनप्ले ट्राई करने में कोई हर्ज़ नहीं...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-20052831756318996222010-03-19T13:16:05.291-07:002010-03-19T13:16:05.291-07:00आपसे किसने कहा कि इसमे स्रजनात्मकता नहीं है ?कहानी...आपसे किसने कहा कि इसमे स्रजनात्मकता नहीं है ?कहानी के पूरे तत्व हैं इसमें । बस शिल्प और बेहतर हो सकता था लेकिन उसके लिये.... खैर नो भाषण.. ( इस टिप्पणी को प्रकाशित कीजियेगा , नो हाजमोला सर ..)शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-75465897773579191902010-03-19T13:12:32.337-07:002010-03-19T13:12:32.337-07:00देवा जैसे और भी लोग है मुम्बई मे जिन्होने संघर्ष क...देवा जैसे और भी लोग है मुम्बई मे जिन्होने संघर्ष किया है और आज वे उस मकाम तक पहुंचे है जहाँ पहुंचना उनका सपना था ।<br /> लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी है जिनका सपना पूरा नही हुआ और वे वक्त की गर्दिश मे खो गये । <br />यही है ज़िन्दगी .. ।<br />अच्छा लगा .. मुम्बई मे तो ऐसी ढेर सारी कहानियाँ बिखरी पड़ी है .. आपकी कलम की राह देखती हुई ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-4708653929951471122010-03-19T08:52:43.798-07:002010-03-19T08:52:43.798-07:00बहुत प्रेरक प्रसंग है। धन्यवाद ।बहुत प्रेरक प्रसंग है। धन्यवाद ।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-29273610190143805612010-03-19T02:22:45.778-07:002010-03-19T02:22:45.778-07:00जरा सी किस्मत मेहनत और लगन से मिल जाए तो देवा बन ज...जरा सी किस्मत मेहनत और लगन से मिल जाए तो देवा बन जाती है ...<br />दुनिया बहुत दुरंगी है ...मगर देवा जैसे इंसान भी जरुर मिल ही जाते हैं ...इसलिए मैं बार बार कहती हु कि अच्छा ढूंढे तो अच्छा मिल जाता है ...जब हम खुद को अच्छा समझते हैं तो क्या ईश्वर ने हमारे अलावा किसी को अच्छा बनाया ही नहीं ....?? किसी को भी बुरा कह कर कोसते रहने से कुछ हासिल नहीं होता ...हम उसको अच्छा बनने में कितनी मदद करते हैं ...यह भी मायने रखता है ....ठीक है कि कई बार धोखे में मिलते हैं मगर उम्मीद की किरण भी वही कहीं छिपी होती है ...<br /><br />बहुत प्रेरक कथा ....!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-19576535075564686842010-03-19T00:44:50.155-07:002010-03-19T00:44:50.155-07:00कितने देवा इसी तरह से बिखरे पड़े हैं? बस इन गुदड़ी...कितने देवा इसी तरह से बिखरे पड़े हैं? बस इन गुदड़ी के लालों को पहचानने वाली आँखें चाहिए होती हैं. और उनको चुन कर हम तक पहुँचाने के लिए तुम्हारी जैसे इंसान की भी . अभी मानवीय गुणों से ये धरती खाली नहीं है और शायद इसके साथ ही संतुलन बना है, नहीं तो बेईमानी, घूस और शोषण करने वालों की संख्या अधिक है.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-45061115672334675262010-03-18T23:43:13.464-07:002010-03-18T23:43:13.464-07:00देवा ओ देवा -जिन्हें लम्बी पारी खेलनी होती है वे ऐ...देवा ओ देवा -जिन्हें लम्बी पारी खेलनी होती है वे ऐसे ही होते हैं -प्रेरक प्रसंग !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-13514883940762644902010-03-18T23:05:37.705-07:002010-03-18T23:05:37.705-07:00"जिनमे जज्बा हो, लगन हो, ईमानदारी हो,और जो पर..."जिनमे जज्बा हो, लगन हो, ईमानदारी हो,और जो परिश्रमी हों.उन्हें थोड़ी सी अच्छी किस्मत का साथ मिले तो , सफलता उनसे दामन नहीं छुड़ा पाती." <br />और उन्हें अपने सपनों को सच करने में देर नही लगती।<br /><br />इस प्रेरक प्रसंग के लिये आभार<br /><br />प्रणाम स्वीकार करेंअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-57358384624539322002010-03-18T22:42:01.402-07:002010-03-18T22:42:01.402-07:00बहुत प्रेरक प्रसंग है....आज भी ऐसे ईमानदार और परिश...बहुत प्रेरक प्रसंग है....आज भी ऐसे ईमानदार और परिश्रमी लोग हैं जिनकी वजह से ये धरती टिकी हुयी है...देवा के बारे मैं जानकारी अच्छी लगी...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-62433464500032920322010-03-18T20:53:21.951-07:002010-03-18T20:53:21.951-07:00प्रेरक प्रसंग.
खुदा मेहरबान तो गधा पहलवान..अपन बच...प्रेरक प्रसंग.<br /><br />खुदा मेहरबान तो गधा पहलवान..अपन बचपन से कहते आये हैं..और अगर सचमुच ईमानदार प्रतिभा और लगन हो तो फिर भाग्य भी साथ देता है!! है न!!!!!!شہروزhttps://www.blogger.com/profile/02215125834694758270noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-80614263148903401792010-03-18T20:11:31.057-07:002010-03-18T20:11:31.057-07:00बहुत प्रेरक प्रसंग है। धन्यवाद ।बहुत प्रेरक प्रसंग है। धन्यवाद ।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-19113680620989418412010-03-18T20:10:06.070-07:002010-03-18T20:10:06.070-07:00ईमानदारी पूर्वक परिश्रम से ही भाग्य बनता है। जिसन...ईमानदारी पूर्वक परिश्रम से ही भाग्य बनता है। जिसने भी ऐसा किया है वह उच्च शिखर तक अवश्य पहुंचा है। प्रेरक कथानक देने के लिए बधाई।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-71679829047979757532010-03-18T14:51:38.090-07:002010-03-18T14:51:38.090-07:00जिनमे जज्बा हो, लगन हो, ईमानदारी हो,और जो परिश्रमी...जिनमे जज्बा हो, लगन हो, ईमानदारी हो,और जो परिश्रमी हों.उन्हें थोड़ी सी अच्छी किस्मत का साथ मिले तो , सफलता उनसे दामन नहीं छुड़ा पाती<br /><br />-बिल्कुल सही कहा..यही मूलमंत्र है सफलता का. अच्छा लगा देवा के बारे में पढ़ना..प्रेरक.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-2122032612968992102010-03-18T12:10:07.408-07:002010-03-18T12:10:07.408-07:00बहुत सुंदर ओर ऎसे कर्मयोगी ही मंजिल तक पहुचते है. ...बहुत सुंदर ओर ऎसे कर्मयोगी ही मंजिल तक पहुचते है. देवा को सलाम जीराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6334436849193324921.post-28021724279468429272010-03-18T11:31:58.403-07:002010-03-18T11:31:58.403-07:00रश्मि जी आपके ऐसे लेख आगे ब्लोग लेखन की दिशा और दश...रश्मि जी आपके ऐसे लेख आगे ब्लोग लेखन की दिशा और दशा तय करेगे. देवा कोई मिथक नही है और ये तो जमाना गर्त मे जा रहा है वरना ईमानदारी कोई गुण नही है. मुजेह जो चीज प्रभावित करती है वो है उसका अपने काम को प्यार करना और पूरा मन लगाकर काम करना. एक और बात देवा की लुभाती है कि उसे अपने बदहाली के दिन खूब याद है और इसे लेकर उसे कोई समस्या नही है. अपने पुराने दोस्तो के साथ हस्ना खेलन नही भूला है ये देवा. दीपक शुक्ल जी ने किस्मत पर ज्यदा जोर दिया है टीप मे. ये सच है कि किस्मत का भी बडा हाथ होता है सफ़लता मे लेकिन केवल किस्मत से भी कुछ नही होता.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13199219119636372821noreply@blogger.com